हरीश रावत ने पोस्टल बैलेट पर फिर उठाए सवाल 

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द न्यूज 15

हल्द्वानी। पूर्व सीएम हरीश रावत ने पोस्टल बैलेट पर फिर सवाल खड़े किए हैं। मामले में रावत का कहना है कि विधानसभा लालकुआं में एक भी पुलिसकर्मी का पोस्टल बैलेट पहुंचा ही नहीं है जबकि, अन्य पुलिस लाइनों में बैलेट पहले ही पहुंच चुके हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत बुधवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य से मिलने उनके छड़ायल स्थित आवास पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। खटीमा में भी पहले पोस्टल बैलेट नहीं पहुंचे थे, लेकिन बाद में हो-हल्ला मचने के बाद चम्पावत और अन्य जगहों से बैलेट लाए गए। लेकिन लालकुआं में बैलेट आरओ तक पहुंचाने के लिए कोई प्रयास नहीं हुए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष को इसका संज्ञान लेना चाहिए। इसके अलावा पूर्व सीएम रावत ने कहा कि कांग्रेस उत्तराखंड में अच्छी संख्या के साथ स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बना रही है। कहा कि उनकी दिली ख्वाहिश है कि जो लोकतांत्रिक शक्तियां चुनाव में भाजपा के खिलाफ लड़ी हैं हम उनका साथ आगे सरकार चलाने में भी चाहेंगे। वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि हरीश रावत बड़े नेता हैं और उनके साथ ये एक शिष्टाचार मुलाकात है। इसके कोई और मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। इस मौके पर हरीश दुगर्पाल, हरेंद्र बोरा भी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ने सर्विस वोटर के मतदान में धांधली का आरेाप लगाया। रावत ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इससे जुड़ा एक वीडियो भी पोस्ट किया है। इस वीडियो में एक ही व्यक्ति कई बैलेट पर पर टिक कर रहा है और हस्ताक्षर भी करता दिख रहा है।
रूस -यू्क्रेन युद्ध के सातवें दिन तक उत्तराखंड के 41 छात्र युद्धग्रस्त क्षेत्र से सकुशल वापस भारत लौट चुके हैं। उत्तराखंड सरकार के अधिकारी अब कुछ दिनों में सभी छात्रों की वापसी की उम्मीद पालने लगे हैं। नोडल अधिकारी और डीआईजी पी रेणुका देवी ने बताया कि बुधवार दोपहर तक केंद्र सरकार के पास कुल 282 छात्रों के वहां फंसे होने की जानकारी भेजी जा चुकी है, जिसमें से 41 छात्र अब तक लौट आए हैं। रेणुका देवी ने बताया कि अब ज्यादातर छात्र अधिकारियों के सम्पर्क में आ चुके हैं, छात्र खुद अपनी लोकेशन अधिकारियों को दे रहे हैं। अब जल्द सभी की वापसी की उम्मीद है। इसमें कोई रेलवे स्टेशन को कोई बॉर्डर या किसी के घर पर शरण लिए हुए हैं।
इधर, बुधवार को प्रभारी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों से यूक्रेन में फंसे उत्तराखण्ड के लोगों को लेकर जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को लगातार परिजनों के संपर्क में रहने को कहा। उन्होंने कहा कि छात्रों और उनके परिवारजनों के मोबाइल नम्बर को जोड़ते हुए तीन व्हाट्सप्प ग्रुप बनाए गए हैं, जिनमें सभी वरिष्ठ अधिकारी भी जुड़े हैं।
उत्तराखंड शासन की ओर से बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए सचिव विनोद कुमार सुमन को नई दिल्ली में नोडल अधिकारी के रूप में भेजा गया है। बैठक में अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, एडीजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरूगेशन, विनोद कुमार सुमन, डीआईजी इंटेलीजेंस निवेदिता कुकरेती आदि मौजूद रहे। इस बीच गुरुवार को नौ और छात्र यूक्रेन से सकुशल भारत लौट आए हैं।
हंगरी टीम: ये टीम जाहोनी बॉर्डर पर है
एस रामजी : मोबाइल+36305199944
वाट्सएप: +917395983990
अंकुर : मोबाइल व वाट्सअप +36308644597
मोहित नागपाल : मोबाइल: +36302286566
वाट्सअप: +918950493059
पोलैंड टीम: यूक्रेन क्रकोविक लैंड बॉर्डर पर है।
पंकज गर्ग :-मोबाइल: +48660460814 / +48606700105
स्लोवाक गणतंत्र टीम: यूक्रेन के साथ
व्यसने नेमेक लैंड बॉर्डर पर
मनोज कुमार :-मोबाइल: +421908025212
इवान कोजिन्का : मोबाइल: +421908458724
रोमानिया टीम: सुसेवा लैंड बॉर्डर पर निम्न अधिकारी मौजूद हैं।
गौशुल अंसारी :-मोबाइल: +40731347728
उद्देश्य प्रियदर्शी : -मोबाइल: +40724382287
अंद्रा हैरिनोव : -मोबाइल: +40763528454
मॉरिश सिमा : -मोबाइल: +40722220823
पी रेणुका देवी (नोडल अधिकारी) : 7579278144
प्रमोद कुमार (सहायक नोडल अधिकारी): 9837788889
आपातकालीन नंबर: 112 (टोल फ्री)
उत्तराखंड सदन : 011-26875614-15

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