नगीना/बिजनौर । जंगल में काम कर रहे 58 वर्षीय व्यक्ति पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया। काफी संघर्ष करने के बाद गुलदार के चंगुल से छूट पाया। पास में काम कर रहे किसान के द्वारा शोर मचा दिया। शोर सुनकर खेतों में काम दर्जनों लोग मौके पर इकट्ठा हो गए सूचना पर पहुंचे नगीना देहात थाना प्रभारी ने घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगीना पहुंचा जहां से में उपचार के बाद बिजनौर रेफर कर दिया सूचना पर पहुंचे वन विभाग के रेंजर प्रदीप कुमार शर्मा ने घायल का हाल-चाल पूछ कर बताया कि गांव में तुरंत पिंजरा लगाया जाएगा।
सीओ सर्किल क्षेत्र के ग्राम जलालपुर सुल्तान निवासी रामपाल सिंह अपने खेत पर कार्य कर रहा था। जंगल में काम करते समय अचानक गेहूं के खेत में घात लगाए बैठे गुलदार ने रामपाल पर हमला कर दिया। जैसे ही गुलदार ने हमला किया तो रामपाल ने हिम्मत दिखाते हुए उससे मुकाबला किया और अपने आप को छुड़ा लिया । घटना की सूचना तुरंत गांव में पहुंच गई दर्जनों की संख्या में ग्रामीण जंगल पहुंचे और घायल अवस्था में रामपाल को गांव में लेकर आए तथा वन विभाग वांगी नगीना देहात थाना प्रभारी को सूचना दी सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी ने तुरंत अपनी कार से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद घायल रामपाल को बिजनौर रेफर कर दिया। गुलदार की इस घटना से क्षेत्र में दहशत का वातावरण छाया हुआ है ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से गुलदार को पकड़वाए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि एक वर्ष पूर्व 17 जुलाई को जलालपुर सुल्तान के जंगल में तेलीपुरा निवासी संदीप कुमार पुत्र जविंदर पर गुलदार ने हमला करके जान से मार दिया था इसके बाद जमकर हंगामा होने के बाद लखनऊ सहित संपूर्ण प्रदेश के वनअधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। तथा दूसरी नेशनल पार्क तथा और क्षेत्र मे गुलदार को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया गया था एक महाभारत गुलदार जलालपुर के जंगल में ही पिंजरे में कैद हो गया था तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी लेकिन एक बार फिर सोमवार की दोपहर खेत में काम कर रहे किसान पर हमला कर गुलदार ने सिद्ध कर दिया कि गुलदार अब जंगल में मौजूद है यदि उसको वन विभाग द्वारा शीघ्र नहीं पकड़ा गया तो बड़ी घटना भी घट सकती है।