बकरी पालन गरीब एवं सीमांत किसानों के लिए एक उचित लाभ का व्यवसाय
सुभाष चंद्र कुमार
समस्तीपुर पूसा। डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के द्वारा शुक्रवार को चार दिवसीय व्यावसायिक बकरी पालन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले से युवा शामिल हुए हैं कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक प्रसार शिक्षा डॉक्टर एम एस कुंडू सर के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉक्टर मनीष कुमार पशु चिकित्सा पदाधिकारी ताजपुर डॉक्टर आरपी सिंह वरीय वैज्ञानिक सह प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र नरकटियागंज डॉक्टर आरके तिवारी कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के अभिलिप्सा बिस्वाल विषय वस्तु विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली उपस्थित थे
अपने संबोधन में निदेशक प्रसार शिक्षा ने बकरी पालन किस प्रकार किया जाए जिससे उनको अधिकतम लाभ प्राप्त हो इसके बारे में विस्तृत जानकारी सभी प्रशिक्षक साथियों को उपलब्ध कराया साथ ही साथ उसका खानपान एवं विभिन्न प्रकार के नस्ल प्रबंधन पर मुख्य रूप से चर्चा की।
पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर मनीष कुमार ने बिहार सरकार एवं भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रकार की योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की एवं किसानों को उसका अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए प्रेरित किया
डॉ आर पी सिंह द्वारा बेतिया जिले में किस प्रकार बकरी पालन का कार्य किया जाता है इसकी प्रयोग जानकारी सभी लोगों को उपलब्ध कराई
कार्यक्रम का संचालन सुश्री अभिलिप्सा बिस्वाल के द्वारा किया गया और अभिलिप्सा के द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण मॉडलों के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
डॉ आरके तिवारी प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के द्वारा यह बताया गया की बकरी पालन गरीब किसानों के लिए एक वरदान है और उनके द्वारा बकरी पालन कर अपनी आजीविका में सुधार लाया जा सकता है इसको अगर वैज्ञानिक तरीके से किया जाए तो इससे हम अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं और इसको एक एटीएम के रूप में प्रयोग कर सकते हैं जब हमको पैसे की आवश्यकता अगर है तो उसे समय एक बकरी का विक्रय कर हम उसे आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं