समाजवादी पार्टी के संरक्षक और Uttar Pradesh के पूर्व मुख्यमंत्री Mulayam Singh Yadav का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। आज सुबह उन्होंने 8:15 बजे अपनी अंतिम साँसे ली। 22 August को उन्हें Medanta अस्पताल में भर्ती किया गया था और अचानक से 1 October की रात को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें CCU (Critical Care Unit) में Shift कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि बीते पाँच दिनों से उनकी हालत काफी गंभीर थी और आज वो अपनी ज़िंदगी की जंग हार गए।
Mulayam Singh Yadav के निधन पर उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav भावुक हो गए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने कहा कि ‘मेरे पिताजी और सबके नेताजी नहीं रहे’। Mulayam Singh Yadav के निधन की खबर पाकर उनके बेटे Akhilesh Yadav अभी-अभी Medanta अस्पताल पहुंचे हैं। पिछले एक हफ्ते से Akhilesh Yadav लगातार Medanta अस्पताल में मौजूद थे और Mulayam Singh Yadav के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित थे। एक बार तो उनकी आंखों से आंसू भी आ गए थे। फिलहाल Medanta अस्पताल में पूरा Yadav परिवार मौजूद है।
1 October से थी हालत नाजुक
Doctors के मुताबिक, Medanta में भर्ती Mulayam Singh Yadav की हालत 1 October से लगातार गंभीर बनी हुई थी। वह 1 October से ही Life Support System पर थे, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, साथ ही उन पर दवाईयों का भी कोई असर नहीं हो रहा था और उनकी Kidney की समस्या भी बढ़ गई थी।
रविवार 9 October को Mulayam Singh Yadav की हालत बिगड़ने पर Oxygen का Level बढ़ाया गया था, इससे करीब 3 घंटे बाद उनकी स्थिति पहले की तरह हो गई थी। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, उनकी हालत में लगातरा उतार-चढ़ाव हो रहा था। इसके चलते उन्हें 1 October से लगातार Ventilator Support पर ही रखा गया था।
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28 साल की उम्र में बने थे विधायाक
Mulayam Singh Yadav का जन्म 22 November 1939 को Etawah जिले के Saifai में हुआ था। उनकी पढ़ाई-लिखाई Etawah, Fatehabad और Agra में हुई। पढ़ाई पूरी करने के बाद Mainpuri के Karhal स्थित Jain Inter College में Professor भी थे। लेकिन ऐसा नहीं था कि पहले से ही वो नेता बनना चाहते थे या उनके घेवालों में से कोई था जो चाहता था कि वो नेता बने। उनके पिता चाहते थे कि Mulayam Singh एक पहलवान बने, और फिर उसी अखाड़े से उन्हें मकसद मिला राजनीति का। पहलवानी के दौरान ही Mulayam ने अपने राजनीतिक गुरु Nathusingh को Mainpuri में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित कर लिया था और बस फिर यहीं से उनका राजनीतिक सफर भी शुरू हो गया।
कोई Political Background से न होने के बावजूद भी महज 28 वर्ष की आयु में वो विधायक बन गए थे। Nathusingh की Traditional Assembly Constituency जसवंतनगर से ही Mulayam Singh Yadav ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
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– Ishita Tyagi