नि:क्षय पोषण योजना से 18125 टीबी मरीजों को मिला पोषण लाभ, नि:क्षय पोषण योजना की शुरुआत अप्रैल 2018 से की गई
फिरोजाबाद। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त कराने के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। टीबी मरीज को उपचार के साथ पोषण भी मिले इसलिए अप्रैल 2018 से नि:क्षय पोषण योजना की शुरुआत की गई। नि:क्षय पोषण योजना के तहत 18125 टीबी रोगियों को अब तक चार करोड़ 55 लाख 54 हजार का भुगतान किया जा चुका है।
सीएमओ डॉ. डीके प्रेमी ने बताया क्षय रोगियों को नि:क्षय पोषण योजना के तहत हर माह 500 रुपये डीबीटी के माध्यम से उपचार के दौरान तक बैंक के द्वारा मरीज के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं जिससे उनके पोषण में कमी न हो सके । पौष्टिक आहार से टीबी रोगी की प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और वह शीघ्र स्वस्थ हो सकें।
डीटीओ डॉ. बृजमोहन ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान भी चलाया जाता है। आशा और एएनएम टीम बनाकर क्षय रोगियों की खोज के लिए घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करती हैं। उन्होंने कहा कि टीबी के संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका बलगम एकत्रित कर जांच केंद्र में भेजा जाता है। पॉजिटिव पाए जाने वाले व्यक्ति का नि:क्षय पोर्टल पर नोटिफाई कर तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाता है।
जिला पीपीएम समन्वयक मनीष यादव ने बताया कि जनवरी 2022 से जनपद में अब तक कुल 6330 टीबी रोगी चिन्हित किए जा चुके हैं। जनपद में वर्तमान में लगभग 3100 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है। जनवरी 2022 से अब तक 200 से अधिक एमडीआर टीबी के रोगी हैं।
उन्होंने बताया कि जनपद में 15 टीबी यूनिट हैं जिनके अंतर्गत 25 टीबी जांच केंद्र बने हैं, जहां रोगी लक्षण पाए जाने पर अपनी जांच करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि टीबी का उपचार और जांच का प्रावधान हैं।
क्षय रोग के लक्षण:-
– दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी आना
– हल्का बुखार रहना
– साथ में बलगम आना
– सीने में दर्द
– भूख ना लगना
– वजन कम होना
टीबी के सामान्य लक्षण हैं।