Firojabad News : लगातार बढ़ रहा अवॉर्ड मिलने का ग्राफ, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ एवं स्वच्छता के लिए मिलता है कायाकल्प अवॉर्ड- डा. रबीश
फिरोजाबाद । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चल रही कायाकल्प अवॉर्ड योजना में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के चलते वर्ष 2021-22 में जनपद के कुल 15 स्वास्थ्य केंद्रों को कायाकल्प अवॉर्ड प्राप्त हुए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी के प्रेमी ने बताया कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और स्वच्छता के आधार पर ही अस्पतालों को कायाकल्प के तहत अवार्ड दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वास्थ सेवाओं की गुणवत्ता का ही परिणाम है कि वर्ष 2021-22 में जनपद के 15 स्वास्थ्य केंद्रों को अवार्ड दिया गया है। इनमें जिला संयुक्त चिकित्सालय, छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) – अरांव, टूंडला, एका, जसराना, खैरगढ़, सिरसागंज तथा चार न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी)- करहरा, चुल्हावली, मटसेना, कुशयारी और तीन शहरी पीएचसी रामनगर, नगलाबरी, कच्चा टूंडला तथा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) असन- कोटला को कायाकल्प अवॉर्ड प्राप्त हुए हैं।
न्यूज पीएचसी करहरा और हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर असन- कोटला को जनपद में प्रथम स्थान मिला है।
बाकी सभी स्वास्थ्य इकाइयों को सांत्वना पुरस्कार मिला है जिसमें सभी को शासन द्वारा निर्धारित एक अवॉर्ड धनराशि दी जाती है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला क्वालिटी एश्योरेंस सलाहकार डॉ. रबीश कुमार ने बताया कि सन 2018 में जनपद के सीएचसी टूण्डला को कायाकल्प सांत्वना अवार्ड प्राप्त हुआ था। तब हमारे सामने कई चुनौतियां थी। जनपद के सभी एमओआईसी से मुलाकात कर उन्हें कायाकल्प अवार्ड योजना के बारे में बताया तथा समस्त स्टाफ को ट्रेनिंग देकर ओरिएंट किया। इसी का नतीजा है कि वर्ष 2018 से लगातार कायाकल्प अवॉर्ड में बढोतरी हुई है।
डॉ. रबीश ने बताया कि वर्ष 2020-21 में जनपद को एक बड़ी सफलता मिली थी जिसके फलस्वरूप कुल 12 कायाकल्प अवार्ड मिले थे जो की सभी आला अधिकारियों के प्रयासों का नतीजा है की वर्ष 2021-22 में यह संख्या बढ़कर 15 हो गई है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों का नेतृत्व और मार्गदर्शन से ही यह संभव हो पाया। हमारा लक्ष्य है कि अब जनपद से किसी भी चिकित्सा इकाई को राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन का अवार्ड प्राप्त हो सके।
डॉ. रबीश ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना को 15 मई 2015 को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत लांच किया गया था। जिसको तीन चरणों में पूरा किया जाता है। इंटरनल, पियर, एक्सटर्नल एसेसमेंट। शासन द्वारा एक चेक लिस्ट भी दी जाती है। चेक लिस्ट में दिए गए मानकों को पूरा किया जाता है। तीनों चरणों में कायाकल्प चेक लिस्ट में जिन चिकित्सा इकाइयों का कुल स्कोर 70% से ऊपर होता है उनको शासन द्वारा परिणाम फलस्वरूप अवॉर्ड घोषित किया जाता है।
जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट ने बताया कि दिशा-निर्देशों के मुताबिक 75 फीसदी पुरस्कार राशि का प्रयोग गैप क्लोजर, सुदृढ़ीकरण, रखरखाव और स्वच्छता व्यवस्था आदि में किए जाने का प्रावधान है, जबकि 25 फीसदी धनराशि से कर्मचारी कल्याण के कार्य होते हैं।
चिकित्सालय कर्मियों के कार्यशैली एवं दक्षता में सुधार करना है
पांच साल में कायाकल्प अवार्ड की प्रगति
2017-18— सीएचसी टूंडला
2018-19— जिला अस्पताल पुरुष, सीएचसी टूंडला, पीएचसी अराव
2019-20— जिला संयुक्त अस्पताल, तीन सीएचसी
2020-21— जिला संयुक्त अस्पताल, छह सीएचसी, तीन न्यूपीएचसी, दो यूपीएचसी
2021-22— जिला संयुक्त अस्पताल, छह सीएचसी, चार न्यू पीएचसी, तीन यूपीएचसी, एक एचडब्लूसी