पुलिस सत्यापन में निकला दूसरा सख्स
वापस छोड़ा गया
युवक के पुरस्कार पाने का सपना टूटा
पीयर थाना क्षेत्र से जुड़ा मामला
मुजफ्फरपुर। बंगाल के अपहृत या गुमशुदा मजदूर की बरामदगी में सहयोग कर दो लाख रुपए के पुरस्कार राशि पाने की सोनू के सपने को झटका लग गया,जब उसकी पहचान के सख्स का सत्यापन नहीं हो सका। महज कुछ ही घंटे के अंदर सोनू का यह सपना टूट गया। मामला पीयर थाना क्षेत्र के पिलखी से जुड़ा है। दरअसल बंगाल के अपहृत या गुमशुदा एक मजदूर के बारे में एक अखबार में खबर और विज्ञापन छपी थी। मामले को लेकर ब्रह्मपुरा थाने में साल 2020 में मामला भी दर्ज हुआ था।इस आशय से संबंधित खबर एवं विज्ञापन अखबार में पढ़ने के बाद पिलखी पुल बांध रोड में चाय का दुकान चलाने वाले सोनू कुमार चौधरी को एक मानसिक विक्षिप्त का हुलिया गुमशुदा मजदूर की तस्वीर से मिलता जुलता देखकर 2 लाख रुपये के पुरस्कार की लालसा जगी। उसने पुलिस की मदद करने की सोंची। ब्रह्मपुरा थाने के नंबर पर कॉल कर उक्त मजदूर के पिलखी पुल के पास देखे जाने की सूचना दी। इसके बाद ब्रह्मपुरा थाना पुलिस ने पीयर थाने की मदद से बंगाल के गायब मजदूर सुजीत दास (27) की शक्ल वाले शख्स को पिलखी पुल के पास से ले गयी। इसके बाद सोनू के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह 2 लाख रुपये मिलने की खुशी से अति उत्साहित था। लेकिन इस बीच उसके पहचान कराए सख्स का सत्यापन नहीं हो सका।पुलिस उसे वापस लाकर छोड़ दी। मामले में पीयर थानाध्यक्ष पंकज यादव ने बताया कि बंगाल के एक मजदूर की गुमशुदगी का मामला था।गायब मजदूर के होने की आशंका में इसकी सूचना दी गयी थी,लेकिन सत्यापन में वह नहीं निकला।
वहीं बांध रोड पर मौजूद लोगों ने बताया कि आशंकित शख्स अक्सर यहां देखा जाता है। लोग उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त समझते हैं। लेकिन संयोगवश उसका हुलिया गायब मजदूर की शक्ल वाली तस्वीर से मिलता जुलता देखकर चाय दुकानदार सोनू ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।