मानदेय और सम्मान के लिए उठेगी आवाज
मुजफ्फरपुर। बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ के जिला कमिटी ने आगामी 8 दिसंबर को रसोइयों का जिला सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। हरि सभा स्थित संघ कार्यालय में हुई इस बैठक में संघ की राज्य महासचिव सरोज चौबे ने कहा कि पिछले दो महीनों से रसोइयों का मानदेय रुका हुआ है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि छठ जैसे महत्वपूर्ण पर्व में भी रसोइयों को मानदेय नहीं दिया गया।
सरोज चौबे ने झारखंड और दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि जहां झारखंड में रसोइयों को ₹3000 प्रति माह का मानदेय मिलता है, वहीं दिल्ली सरकार ने भी कोई वृद्धि नहीं की है। बिहार सरकार ने भी 2019 के बाद से मानदेय में बढ़ोतरी नहीं की है। सरकार पर आरोप लगाया गया कि वह अमीरों के हित में मध्यान्ह भोजन योजना को एनजीओ के हाथों में सौंपना चाहती है।
संघ के जिला सचिव परशुराम पाठक ने घोषणा की कि 8 दिसंबर को जिला सम्मेलन के साथ ही प्रखंड स्तर पर भी आंदोलन होंगे। वहीं, एक्टू की नेता रानी प्रसाद ने बताया कि 28 नवंबर को पटना में विशाल प्रदर्शन होगा, जिसमें रसोइयों और जीविका दीदियों की समस्याओं को उठाया जाएगा।
बैठक में विभिन्न प्रखंडों से आए रसोइयों ने नियमित भुगतान, मानदेय वृद्धि, और सम्मानजनक व्यवहार की मांग को लेकर आंदोलन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। इस बैठक में ऐक्टू के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार, जिला सचिव मनोज कुमार यादव, और अन्य संघ सदस्यों ने भी हिस्सा लिया।