आलू-टमाटर की कीमत चेक करने के लिए पॉलिटिक्‍स में नहीं आया : इमरान खान

0
193
Spread the love

इमरान खान ने कहा कि 25 पहले उन्होंने युवाओं के लिए राजनीति में आने का फैसला किया। इससे उन्हें कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं हुआ, क्यों उनके पास पहले से वह सबकुछ है, जिसे पाने का कोई इंसान सपना देखता है।

द न्यूज 15 
नई दिल्ली। पाकिस्तान की आवाम बढ़ती महंगाई से परेशान है। इस बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि वह ‘आलू, टमाटर’ की कीमत चेक करने के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। उन्होंने यह बात उनके खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने पर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कही। विपक्ष ने उन पर अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन का आरोप लगाया है।
पंजाब प्रांत के हाफिजाबाद शहर में एक राजनीतिक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि देश उन तत्वों के खिलाफ खड़ा होगा जो “पैसे का उपयोग करके सांसदों की अंतरात्मा को खरीदकर” उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान उनके शेष कार्यकाल में एक महान देश बनने जा रहा है।
क्रिकेटर से नेता बने इमरान ने कहा कि 25 साल पहले, उन्होंने देश के युवाओं की खातिर राजनीति में आने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से उन्हें कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं हुआ। इसका कारण यहा है कि उनके पास पहले से ही वह सब कुछ था, जिसे पाने का कोई व्यक्ति सपना देखता है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा, “मैं आलू और टमाटर की कीमतों को जानने के लिए राजनीति में शामिल नहीं हुआ था। मैं देश के युवाओं की खातिर इसमें शामिल हुआ था। अगर हम एक महान देश बनना चाहते हैं, तो हमें सच्चाई का समर्थन करना होगा और यही बात मैं पिछले 25 सालों से कहा रहा हूं।”
इमरान खान के भाषण के कुछ दिनों पहले संयुक्त विपक्षी मोर्चे ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। विपक्षी दलों के प्रमुख नेता सोमवार को नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ के आवास पर बैठक करेंगे, ताकि अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए एक प्रभावी रणनीति तैयार की जा सके। अपनी ही साजिश का शिकार हो जाएंगे- इमरान खान ने यह भी कहा कि यह सरकार और न्यायपालिका पर भ्रष्ट और दोषी राजनेताओं को रोकने की जिम्मेदारी है, जो खरीद-फरोख्त के माध्यम से “सरकार को गिराने” की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं, वे अपनी ही साजिश का शिकार हो जाएंगे।
विपक्ष पर साधा निशाना- इमरान खान ने अपने भाषण में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सुप्रीमो नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ये लोग 2008 से 2018 के बीच पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमलों पर चुप्पी साधे रहे। इन नेताओं ने कभी पाकिस्तान के अधिकारों के लिए बात नहीं की।
अगला आम चुनाव 2023 में- बता दें कि 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री को हटाने के लिए विपक्ष को 272 वोट चाहिए। 69 वर्षीय प्रधानमंत्री इमरान खान 2018 में सत्ता में आए और अगला आम चुनाव 2023 में होने वाला है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here