सीआईटीयू दिल्ली एन सी कमेटी गौतम बुद्ध नगर के किसानों को क्रांतिकारी बधाई देता है, जिन्होंने अपनी वर्गीय एकता के बूते न केवल उत्तर प्रदेश सरकार की तानाशाही और दमनात्मक कार्रवाई का मुक़ाबला किया, बल्कि शासन प्रशासन को झुकने पर मजबूर किया।
ज्ञात हो कि भूमि अधिग्रहण कानून के मुताबिक उचित मुवावजे, 10% प्लॉटों की हिस्सेदारी तथा स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के मौके समेत अन्य मांगों पर किसानों ने लंबे आंदोलन के 3 महीने बाद लिखित समझौता हासिल किया था। परंतु, शासन प्रशासन की वादाखिलाफ़ी के चलते किसानों को दुबारा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पर अपना धरना शुरू करने पर बाध्य होना पड़ा, जो कि आज 9वें दिन भी जारी है।
बीते कल किसानों ने संसद भवन कूच करने की घोषणा की थी जिसे विफल करने के लिए पुलिस ने अखिल भारतीय किसान सभा के ज़िला अध्यक्ष रूपेश वर्मा और सीटू ज़िला अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा समेत अनेकों नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही सैकड़ों की संख्या में किसानों को पूरे दिन अंबेडकर पार्क के खुले जेल में क़ैद रखा।
इस दबिश के बावजूद किसान यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में कामयाब रहे और लगातार दबाव के चलते प्रशासन को बीते रात न केवल सभी गिरफ्तार नेताओं और किसानों को रिहा करने पर मजबूर होना पड़ा, बल्कि लंबित मांगों पर उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी बनाने की घोषणा करनी पड़ी।
किसानों का धरना अभी भी जारी है और मांगों के हल होने तक इसके जारी रखने की घोषणा उन्होंने कर दी है। बीते दौर में इस आंदोलन ने मज़दूर किसान एकता को मजबूत किया है और सीटू हर कदम पर किसानों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है और आगे भी यह जारी रहेगा।