जोशीमठ के लोगों की मदद कर रही है। गुरुवार को आर्मी चीफ मनोज पांडे ने बताया कि जोशीमठ में मोैजूद भारतीय सेना की 25 से 28 इमारतों में भी दरारें आई हैं।
उन्होंने बताया कि सैनिकों को अस्थायी तौर पर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। सेना प्रमुख ने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो सैनिकों को स्थायी रूप से औली शिफ्ट कर दिया जाएगा। सेना प्रमुख ने आगे कहा कि जहां तक बात जोशीमठ बाईपास की है, वहां काम अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। इससे हमारी फॉरवर्ड इलाके में पहुंची कि क्षमता और ऑपरेशन तैयारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हम स्थानीय प्रशासन की हर संभव मदद करेगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार रात को ही जोशीमठ पहुंच गये थे। यहां उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। गुरुवार सुबह जोशीमठ मंदिर में पूजा करने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। इसके बाद पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में आमी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ के अलावा विभिन्न संस्थानों के वैज्ञानिक भी शामिल हुए।
राजधानी सिंह बोले-करेंगे समस्या का समाधान
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जोशीमठ समस्या पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार जमीन धंसने की समस्या का समाधान खोजने के लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार उत्तराखंड को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। रक्षामंत्री ने कहा, जरूरत पड़ी तो मैं जोशीमठ भी जाऊंगा। कल एमओएस रक्षा बजय भट्ट ने शहर का दौरा किया था।