मजदूर नेता के तौर पर जाने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे बढि़या अंग्रेजी बोलने वाले थरूर को पछाड़कर कांग्रेस के नये अध्यक्ष बन चुके हैं। उनसे पहले पीवी नरसिन्हा राव निजलिंगप्पा, के. कामराज, नीलम संजीव रेड्डी और पट्टाभि सीतारमैया कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं।
खड़गे पहली बार साल 1969 में गुलबर्ग कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रेसिडेंट इलेक्शन में खड़गे के प्रतिद्वंदवी रहे शशि थरूर उन्हें कांग्रेस के भीष्म पीतामह बता चुके हैं। इससे पार्टी में खड़गे के कद और महत्व को समझा जा सकता है। कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले खड़गे गत 50 वर्ष से चुनावी राजनीति में सक्रिय हैं। इतने लंबे राजनीतिक सफर तय करने में उन्होंने अपने नाम कई रिकार्ड दर्ज कराया है। आठ बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके खड़गे एक चुनाव हारे हंै। वह चुनाव २०१९ का लोकसभा चुनाव है।