नई दिल्ली । देश में सर्दियों में वर्षवार आधारित बिजली की कम मांग के कारण विभिन्न बिजली केन्द्रों में कोयले के स्टॉक में सुधार हुआ है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी है।
इसमें कहा गया है कि सर्दियों की शुरूआत के कारण देश में बिजली की मांग में कमी आई है और इससे विभिन्न बिजली केन्द्रों में कोयले के स्टॉक में सुधार हुआ है।
इसमें कहा गया है कि अक्टूबर 2021 में 112 कोयला संयंत्रों को कोयले की कमी का सामना करना पड़ा था और दिसंबर में इस सूची में सुधार हुआ है तथा यह संख्या अब घटकर 52 रह गई है। अक्टूबर 2021 में जहां कोयले का भंड़ार 7.5 टन था वहीं यह दिसंबर में लगभग डेढ़ गुना बढ़कर 19.2 टन हो गया है लेकिन वर्ष आधारित सूची के आधार पर यह अभी भी 48.8 प्रतिशत कम है।
इसमें कहा गया कि कोयले की मांग में कमी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की बढ़ी कीमतों के कारण इसे कम मात्रा में आयात किया जाना, माल भाड़ा लागत में बढ़ोत्तरी और गर्मियों के दौरान अधिक तापमान की वजह से अधिक मांग जैसे प्रमुख कारण है।
बिजली की मांग अक्टूबर में बढ़कर छह प्रतिशत पहुंच गई थी और नवंबर में यह कम होकर 2.3 प्रतिशत हो गई है। कोयला संयंत्रों में कुल बिजली उत्पादन थोड़ा बढ़ा है लेकिन गैस आधारित संयंत्रों में यह कम हुआ है मगर जलविद्युत, परमाणु तथा नवीकरणीय संयंत्रों में इसमें इजाफा हुआ है। कुल बिजली उत्पादन में नवंबर में 2.1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।