लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में जब प्रदेश में हमारी सरकार बनी थी तब हमारे सामने कई चुनौतियां थी। पिछली सरकारों की किसान विरोधी, अवैज्ञानिक सोच के कारण किसान परेशान था, लेकिन जब हम आए तो हमने कर्जमाफी करके उन किसानों का बोझ हल्का किया। उन्होंने कहा कि अब किसानों के जीवन में परिवर्तन आ रहा है।
किसानों के मसीहा माने जाने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती पर गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनको नमन करने के साथ कृषकों, कृषि उद्यमियों तथा कृषि वैज्ञानिकों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले किसान कर्ज तले इतना दब जाते थे कि उनके सामने आत्महत्या ही एकमात्र विकल्प बच जाता था। साल 2017 में जब हम सत्ता में आए तो हमने कर्जमाफी करके उन किसानों का बोझ हल्का किया। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर काम करती हैं तो ऐसे ही सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज जब हम चौधरी साहब की 119वीं जयंती के कार्यक्रम में यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बताते हुए यह प्रसन्नता है कि चौधरी साहब की कर्मभूमि पर किसानों की लम्बे समय से चीनी मिल की मांग को हमने पूरा किया है। उन्होंने कहा कि यह मांग पिछले 30 वर्षों से हो रही थी। यहां पर जर्जर चीनी मिलों को दुरुस्त कराने की मांग हो रही थी। यहां पर किसान परेशान थे, पिछली सरकारें नहीं कर पाईं, लेकिन हमारी सरकार ने रमाला में एक नई चीनी मिल लगा कर के किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने ने 2018 में फसलों की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य हो, इसको लागू करने का काम किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल से पहले सभी ने बहुत बात की। हर किसान का सम्मान हो, अन्नदाता खुशी के साथ आगे बढ़ सके तथा किसानों के समर्थन मूल्य की बात तो सबने की, लेकिन देश भर में इसको ईमानदारी से लागू करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिखाया।