मोतिहारी । शिक्षा मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि केसरिया बौद्ध स्तूप का मुद्दा सबसे पहले पूर्व सांसद स्व. कमला मिश्र मधुकर ने सदन में उठाया था। इसके बाद निजी स्तर पर हो रहे केसरिया महोत्सव को सरकारी करने का कार्य वर्ष 2007 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था।केसरिया और अरेराज में भगवान शिव हैं। हाल में मुख्यमंत्री ने केसरिया समेत जिले के कई स्थानों का भ्रमण किया था।इसके बाद कई योजनाओं की स्वीकृति दी गई है। वे गुरुवार की शाम तीन दिवसीय केसरिया महोत्सव के शुभारंभ के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार का प्रयास है कि यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर और विकसित हो। विकास कार्य में तेजी आए। पर्यटकों को सुविधा मिले।केसरिया महोत्सव का स्तर ऊंचा हो और बोधगया में होने वाले महोत्सव जैसा हो। पश्चिम चंपारण के सांसद डा. संजय जायसवाल ने कहा कि केसरिया को केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय में पहचान मिली थी। महोत्सव को विधायक शालिनी मिश्रा, मनोज यादव आदि ने भी संबोधित किया।