Bulldozer Mama: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने घर पर चला बुलडोजर

UP से शुरु हुआ Bulldozer का प्रयोग अब MP आ चुका हैं, रामनवमी मे घटी घटनाओं तथा हिंसा के मामलो के सामने आने के बाद केवल शक के चलते म.प्र. प्रशासन ने 24 घण्टे के भीतर एक ही समुदाय के लोगों के घर गिरा दिए

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बाबा के बाद अब बुलडोजर मामा हैं फार्म में
बाबा के बाद अब बुलडोजर मामा हैं फार्म में
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Bulldozer Mama: योगी के बाद अब MP में शिवराज बने Bulldozer Mama

इन दिनों सरकारों ने कोर्ट का काम आड़े हाथों ले लिया हैं। आपने सोशल मीडिया में Bulldozer Mama के बारे जरुर सुन लिया होगा। Bulldozer Mama हमारे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के लिए किया जा रहा। शिवराज आम दिनों में खुद को महिलाओं का भाई बताते हैं वही Bulldozer की कार्रवाई के बाद अब उन्हें Bulldozer Mama कहा जानें लगा, लोग भी आनंद ले रहे प्रशासन के इस अनैतिक रवैये पर।

रामनवमी के दिन मध्यप्रदेश के खरगोन में अलग-अलग इलाकों में जुलूस निकाले गए। जुलूस के चलते तनाव बना शाम 5 बजे से लेकर रात 3 बजे तक खरगोन में जगह-जगह पर दोनों समुदायों की ओर से पत्थर, ईट चले ऐसे में आप समझ सकते हैं कि प्रशासन की नाक के नीचे खरगोन में क्या माहौल रहा होगा। भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया उसके बाद भी हिंसा चलती रही। इसके अलावा पुलिस के जवान भी घायल हुए। दूसरे दिन भी खरगोन में यही माहौल बना रहा।

Riots : मध्यप्रदेश के खरगौन में हुए पथराव Bulldozer Mama
Riots : मध्यप्रदेश के खरगौन में हुए पथराव Bulldozer Mama

हिंसा के चलते दोनों तरफ के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा अब पुलिस प्रशासन सी.सी.टी.वी. खगाल रहा हैं और अब 90 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं पुलिस से कार्यवाही की उम्मीद की जाती है लेकिन कार्यवाही के नाम पर उत्तर-प्रदेश से प्रेरणा लेकर प्रशासन ने बुलडोजर उतारा। और बिना किसी पूर्व योजना के लोगों के घर, दुकानों को गिरा दिया जाता है सारे के सारे घर एक ही समुदाय के लोगों के निकले। प्रशासन ने सवाल उठने पर तर्क दिये कि सभी घर अवैध निर्माण के अंतर्गत आते हैं। कार्यवाही के तहत कुल 16 दुकानें और 29 घर गिराए जा चुके हैं।

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प्रशासन की शक के आधार पर हुई कार्यवाही के चलते एक घर ऐसा भी गिरी दिया गया जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाया गया। ये घर हसीना फाखरू जी का था, हसीना जी के पति अब इस दुनिया में नहीं हैं । घटना के सामने आने के बाद पता चला कि घर को नोटिस रामनवमी के पहले जारी कर दिया गया था। अगर ऐसा है तब तो यह और चिंता की बात है कि सरकार ने एक अवैध घर बनाने में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे खर्च किये? और इस प्रकार अवैध निर्माण कैसे होने दिया गया, प्रशासन द्वारा इस पर क्या कार्यवाही की गई।

सवालों से घिरी मध्यप्रदेश के बचाव में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जी प्रतिक्रिया मे दिये बयान में पत्थर चलाने वाले घरों को पत्थर में बदल देने की बात कही थी। यह चिंता का विषय है कि प्रदेश में इतनी हिंसा होने के बाद गृह मंत्री इस तरह का बयान जारी करते हैं, बजाय इसके की वे जनता के बीच कानून व्यवस्था स्थापित करने का विश्वास दें। जिले में हिंसा के बाद लगातार चल रही हिंसा के चलते कर्फ्यू लगा दिया गया है, 14 अप्रैल से लोगों को कर्फ्यू में दो घंटे की छूट दी जा रही है।

जानिए कहां कहां भड़की हिंसा –

दक्षिण से शुरू हुआ धार्मिक विवाद त्योहारों के साथ पूरा भारत भ्रमण कर रहा है अगर आप घट रही धार्मिक घटनाओं के राज्यों को गिनना शुरू करेंगे तो शायद ही किसी राज्य का नाम बचे। गुड़ी पड़वा के दिन राजस्थान करौली, रामनवमी में गुजरात के हिम्मतनगर और खम्भात, बिहार में स्थित मुजफ्फरपुर नगर, बंगाल के सिलीगुड़ी, झारखंड के लोहरदगा,  और उम्मीद है कि यह अंत मे म.प्र. पर जाकर खत्म हो जाए।

सभी जगह एक ही पैटर्न दिखा। शोभा यात्रा और जुलूस निकाले गए उन जगहों से जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा थी, मस्जिदों के बाहर नारे, लाउडस्पीकर में उकसाने वाले गाने और इसके बाद दोनों जगहों से पत्थरबाजी होती है हिंसा हुई आगजनी हुई और दोनो तरफ के लोग घायल हुए। कोरडमा झारखण्ड के कोरडमा से सामने आए  वीडियो मे लोग समुदाय विशेष के प्रति खुलेआम गाली का प्रयोग करते नजर आए अब कर मामले में 8 लोगों के गिरफ्तारी की खबर आई हैं।

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हम यह कह सकते है कि बात किसी को भड़काने या उकसाने से बढ़कर धार्मिक त्योहारों का प्रयोग कट्टरता फैलाने मे किया जाने लगे तो यह चिंताजनक हैं। हम किसी भी तरह के उकसाने की प्रतिक्रिया में पत्थर चलाने को जायज नहीं ठहरा सकते ठीक उसी प्रकार प्रशासन की 24 घण्टे के अन्दर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही को भी। उम्मीद है कि सत्ता में बैठे लोग इस तरह की धार्मिक कट्टरता की आलोचना करेगे क्योकि उनके कहे का जनता के बीच एक महत्व होता हैं।

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