बीजेपी प्रवक्ता ने कहा-नीतीश हो गए हैं कमजोर सीएम, हर निर्णय के लिए राजद की ओर पड़ रहा देखना
पटना/नई दिल्ली । भाजपा प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें आज कोई भी निर्णय के लिए राजद की ओर देखना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज पाप को छिपाने और भ्रष्टाचार में बचाने के लिए सेवानिवृत भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को भी पुरस्कृत किया जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार Singh ने पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व पुलिस महानिदेशक एस के सिंघल के केंद्रीय चयन पर्षद, बिहार के अध्यक्ष बनाए जाने पर भड़कते हुए कहा कि एक मामले में जितने दोषी आईपीएस आदित्य कुमार दोषी हैं उतने ही दोषी पूर्व डीजीपी हैं।
उन्होंने सवालिए लहजे में कहा कि एक के लिए गिरफ्तारी वारंट और एक को पुरस्कृत। यह आपकी मानसिकता दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी को बचाने का खेल बिहार सरकार कर रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवालिया लहजे में कहा कि आखिर जिन अधिकारियों को जेल में होना चाहिए था, आखिर उन्हें पुरस्कृत क्यों किया जा रहा है। आपके भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व मंत्री और विधायक भी आप पर प्रश्न उठा रहे है।
उन्होंने महागठबंधन में दो प्रमुख सहयोगी दलों में हो रही बयानबाजी को नूरा-कुश्ती बताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार, विधि व्यवस्था की गिरती स्थिति से लोगों को ध्यान भटकाने के लिए सोची समझी रणनीति के तहत राम मंदिर, रामचरित मानस और रामायण जैसे विषयों पर विवाद पैदा किया जा रहा है।
उन्होंने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि आज कल वे संविधान में आस्था व्यक्त करने लगे हैं, तो उन्हे शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए, आखिर मंत्री का पद संवैधानिक पद है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम ने इसी मर्यादा का पाठ पढ़ाया था।
पत्रकारों द्वारा पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को राजद द्वारा कारण बताई नोटिस जारी करने से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में भाजपा प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सुधाकर सिंह शतरंज में सिर्फ एक मोहरा हैं।
उन्होंने कहा कि जो असली लूटने वाली जमात बैठी है उसे पोषित किया जा रहा है। समाज में जो नफरत और घृणा फैला रहे है वे शिक्षा मंत्री पर कारवाई क्यों नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग जिनपर अपराध और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उन पर कारवाई क्यों नही हो रहा?