द न्यूज़ 15
पटना। बिहार में सत्ताधारी गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच मचे घमासान के बीच राज्य के सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सक्रियता बढ़ गई है। राजद के नेता अब राजग घटक दलों से मिल रहे है, जिसको लेकर राज्य में नए सियासत समीकरण बनने के आसार के कयास लगाए जाने लगे हैं।
बिहार में राजग में शामिल जदयू और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) उत्तर प्रदेश में चुनाव लडने की घोषणा कर दी है। वीआईपी ने तो कई सीटों पर अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं। ऐसी स्थिति में भाजपा से इनके रिश्ते में तनाव देखा जा रहा है।
सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करने का मामला हो, या राज्य की शराबबंदी कानून के कार्यान्वयन का मुद्दा हो, भाजपा और जदयू के नेता अपने-अपने क्षेत्र में रहकर बयानों के जरिए एक दूसरे की ताकत की जोर आजमाइश कर रहे है।
इस बीच, जदयू के पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह ने भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल पर ही एक विवादित बयान दे कर घमासान को और बढ़ा दिया। भाजपा अब पूर्व विधायक पर कारवाई की मांग कर रही है।
इधर, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी राजद नेता लालू प्रसाद की नीतियों का समर्थन करते हुए तेजस्वी यादव को छोटा बताकर अपने नए भविष्य के संकेत दे दिए। सहनी ने तो इस बीच गठबंधन से अलग होने की धमकी तक दे दी। हालांकि भाजपा ने बिना दबाव के सहनी की धमकी को ‘गीदड़ भभकी’ तक बता रही है ।