यूथ फॉर स्वराज ने आज राजस्थान के बांदीकुई से यात्रा प्रारंभ की। यात्रा में चलते हुए आम यात्रियों के बीच पर्चा वितरण किया गया। इस पर्चे का शीर्षक था, । इस पर्चे का महत्व था भारत जोड़ों यात्रियों और राजस्थान की आम नागाकिरों का ध्यान बेरोज़गारी की व्यथा की ओर केंद्रित करना। पर्चे में चार महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की गई थी। पहली, इससे बेरोज़गारी से निराश युवाओं की आत्महत्याओं पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत सामने आई। दूसरी, पर्चे में अग्निपथ योजना के बारे में भी बताया गया की कैसे यह योजना देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करती है। तीसरी महत्वपूर्ण बात इस पर्चे में पेपरों में हो रही धांधली के सिलसिले में की गई थी। अंतिम और चौथा महत्वपूर्ण बिंदु उच्च शिक्षा में चल रहा बाजारीकरण था।
इस पर्चे की खास बात यह थी की इसमें समास्याओं के अलावा युवा साथीयों ने उनका हल भी उसी पर्चे के माध्यम से दिया। युथ फॉर स्वराज का यह मानना है की इस यात्रा की सबसे बड़ी सफलता तभी मुमकिन होगी जब देश की राजनीति में इन समस्याओं को उच्चित स्थान मिलेगा और इनके उपायों पर केंद्रीय और राज्य सरकारें गंभीरता से विचार करके, इन्हें जल्द से जल्द लागू करेंगी।