Auto taxi drivers Protest : मांगें मानने वाली कंपनी के साथ करेंगे काम
Auto Taxi Drivers Protest : ऑटो टैक्सी ड्राईवर 1 जुलाई से मात्र प्लेटफॉर्म की फ़ीस देंगे। यह ऐलान दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, बेंगलुरु, हरियाणा, झारखंड और गुजरात के ड्राइवर और यूनियन ने किया है। यूनियन के मुख्य नेता तेजिंदर सिंह ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि वे लोग सिर्फ प्लेटफार्म फ़ीस ही देंगे। उन्होंने कहा कि वे लोग उसी कंपनी के साथ हम काम करेंगे जो प्लेटफार्म फीस लेकर उनके साथ काम करेगी। उनका कहना था कि उनकी कंपनी उनकी बातों से सहमत नहीं होंगी, हम उनका प्लेटफार्म इस्तेमाल नहीं करेंगे। इन कंपनियों को चोर बाजार की वजह से ग्राहक को महंगा करा देना पड़ता है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि उनको कुछ नहीं मिलता है, जिसके चलते उनकी सवारी और काम खत्म होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक एप्प कंपनियां नहीं मानती तब तक वे सभी ड्यूटी कैंसिल करेंगे। Movement to Save Jobs एक तरीके से यह बहुत बड़ी हड़ताल है और movement to save jobs भी है। उन्होंने कहा कि वे चालक अपने दोस्तों को भी आगे जानकारी दे दें, जो कंपनी प्लेटफार्म पीस लेकर के काम करेंगी हम सभी चालक और कंपनी को प्रमोट करेंगे।
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Movement to Save Jobs : खास मुद्दा कोई भी एक बेस्ट कंपनी हमारे किसी भी खर्चे में हिस्सेदारी नहीं निभाती। जैसे ईंधन गाड़ी की किस्त मेंटेनेंस पेपर वर्क नाम ही ड्राइवरों के आपातकालीन में कोई भी मदद सारे खर्चे ड्राइवर के होते हैं। सिर्फ परसेंट के हिसाब से इन्हें कमीशन क्यों होते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमें सिर्फ अपना प्लेटफार्म देते हैं, जिसके एवज में या हम से सिर्फ प्लेटफार्म की फीस ले सकते हैं और वह भी 50 से 100 और सवारी से जो भी खिलाए मिलता है। वह पूरा का पूरा हमें मिलना चाहिए मगर हमारी आवाज ना उठाने की वजह से हमारी मैच का सारा पैसा या कंपनियां खा जाती हैं जो वे लोग अब नहीं होने देंगे।