हर महीने 3000 रुपए ज़्यादा देने का ऐलान
दिल्ली सरकार द्वारा मानदेय बढ़ाने के बाद प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी हड़ताल समाप्त करने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि यह सिर्फ जुमला है
द न्यूज 15
नई दिल्ली । अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मासिक मानदेय और भत्ते में वृद्धि करने का ऐलान किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री आवास के पास चल रही इन कार्यकर्ताओं की हड़ताल को 25 दिन से अधिक हो चुके हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी वर्कर की सैलरी मानदेय 9678 रुपये से 12720 रुपये और हेल्पर के मानदेय 4839 रुपये से बढ़ाकर 6810 रुपये किया है।
बढ़ती महंगाई के चलते यह फैसला लिया: इसको लेकर केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने मीडिया को बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर को सबसे अधिक मानदेय देने के मामले दिल्ली इकलौता प्रदेश है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने बढ़ती महंगाई के चलते यह फैसला लिया है। गौरतलब है कि दिल्ली में अभी तक आंगनवाड़ी वर्कर का मानदेय 9,678 रुपए और हेल्पर का मानदेय 4,839 रुपए था।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कार्यकर्ताओं और सहायकों से अपने काम पर लौटने की अपील की है। दिल्ली सरकार ने 2017 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय ₹5,000 से बढ़ाकर ₹9,678 और आंगनवाड़ी सहायिकाओं का मानदेय ₹2,500 से बढ़ाकर ₹4,839 कर दिया।
केजरीवाल सरकार का यह जुमला: हालांकि केजरीवाल सरकार के इस फैसले के बाद भी प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी हड़ताल समाप्त करने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने वर्कर हेल्पर की सैलरी में मामूली वेतन वृद्धि की है। यह इजाफा केजरीवाल सरकार का केवल एक जुमला है। हड़ताल जारी रहेगी: कार्यकर्ताओं ने महीने के अंत तक इस मामले का हल नहीं होने पर “बड़े विरोध” की धमकी दी है। उनका कहना है कि जबतक सरकार उनकी सभी मांगों पर पॉइंट टू पॉइंट बात नहीं करती है तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।
नई दिल्ली । अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मासिक मानदेय और भत्ते में वृद्धि करने का ऐलान किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री आवास के पास चल रही इन कार्यकर्ताओं की हड़ताल को 25 दिन से अधिक हो चुके हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी वर्कर की सैलरी मानदेय 9678 रुपये से 12720 रुपये और हेल्पर के मानदेय 4839 रुपये से बढ़ाकर 6810 रुपये किया है।
बढ़ती महंगाई के चलते यह फैसला लिया: इसको लेकर केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने मीडिया को बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर को सबसे अधिक मानदेय देने के मामले दिल्ली इकलौता प्रदेश है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने बढ़ती महंगाई के चलते यह फैसला लिया है। गौरतलब है कि दिल्ली में अभी तक आंगनवाड़ी वर्कर का मानदेय 9,678 रुपए और हेल्पर का मानदेय 4,839 रुपए था।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कार्यकर्ताओं और सहायकों से अपने काम पर लौटने की अपील की है। दिल्ली सरकार ने 2017 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय ₹5,000 से बढ़ाकर ₹9,678 और आंगनवाड़ी सहायिकाओं का मानदेय ₹2,500 से बढ़ाकर ₹4,839 कर दिया।
केजरीवाल सरकार का यह जुमला: हालांकि केजरीवाल सरकार के इस फैसले के बाद भी प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी हड़ताल समाप्त करने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने वर्कर हेल्पर की सैलरी में मामूली वेतन वृद्धि की है। यह इजाफा केजरीवाल सरकार का केवल एक जुमला है। हड़ताल जारी रहेगी: कार्यकर्ताओं ने महीने के अंत तक इस मामले का हल नहीं होने पर “बड़े विरोध” की धमकी दी है। उनका कहना है कि जबतक सरकार उनकी सभी मांगों पर पॉइंट टू पॉइंट बात नहीं करती है तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।