Ambedkarnagar Crime : अधेड़ को दबंगों ने राड से पीट पीट कर मार डाला

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Ambedkarnagar Crime : अभियुक्तों के रसूख के आगे पुलिस रही नतमस्तक पिता पर हमले के बाद पुत्र ने भाग कर बचायी जान दबंगों के भय व पुलिस की लापरवाही से दहशत

अम्बेडकरनगर (अम्बरपुर)। जैतपुर थाना क्षेत्र के मिजार्पुर (कबिरहा) गांव में सब्जी की फसल की रखवाली कर रहे अधेड़ व्यक्ति को दबंगों ने लोहे की राड से पीट-पीट कर मार डाला। इस दौरान बेटे ने किसी तरह भाग कर जान बचायी। बुधवार को हुई घटना के बाद हत्यारे फरार हो गये। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे आराम से फरार हो गये। आरोप है कि वे बेटे को भी मौत के घाट उतार देने की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में पुलिस की लापरवाही से दहशत है। मिजार्पुर (कबिरहा) निवासी चंद्रशेखर सिंह (48) पुत्र स्व. गोरखनाथ सिंह, अपने पुत्र अभय प्रताप सिंह (14) के साथ घर से कुछ दूरी पर ही सब्जी की खेती की रखवाली करने गए थे।

शाम को लगभग 7.00 बजे के आसपास गांव के उनके पट्टीदार दुर्गेश सिंह, प्रदीप सिंह और अनिल सिंह पुत्रगण हरिश्चंद्र सिंह पहुंचे और चंद्रशेखर को गाली देते हुए ललकारे। उस समय चंद्रशेखर का पुत्र अभय डर के मारे वहां से चिल्लाते हुए भागा। इसके बाद पट्टीदारों ने कुछ दूर उसको दौड़ाया पर वह उनके हाथ नहीं लगा। इसके बाद तीनों चंद्रशेखर पर राड लेकर टूट पड़े और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद तीनों चंद्रशेखर को मृत समझकर छोड़कर ललकारते हुए चले गये। इस दौरान धमकी दी कि कोई भी इसकी तरफ से आया तो उसका भी यही हश्र करेंगे।
घटनास्थल से भागे चंद्रशेखर के पुत्र अभय ने इसकी सूचना अपने मोबाइल से जैतपुर थानाध्यक्ष को दी पर उन्होंने उसे टरकाते हुए कहा कि आप 112 नम्बर पर फोन करो पुलिस पहुंच जाएगी। उसने 112 पर फोन किया तो वहां से जवाब मिला कि आप वहीं रहो हम अभी पहुंच रहे हैं। काफी देर तक जब पुलिस नहीं पहुंची तो गांव के लोग घायल चंद्रशेखर को लेकर थाना जैतपुर पहुंचे थानेदार ने कहा एफआईआर तो बाद में भी हो जाएगी पहले आप इसको लेकर इलाज के लिए जाइए और दवा करवाइए। इसके बाद परिजन चन्द्रशेखर को लेकर क्षेत्र के एक अस्पताल पहुंचे जहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने रेफर कर दिया। इसके बाद उन्हें लेकर परिजन केजीएमयू लखनऊ पहुंचे जहां इलाज के दौरान बृहस्पतिवार को उनकी मौत हो गयी। इसके बाद शव लेकर परिजन गांव वापस आ गये। यहां उन्होंने पुलिस को पूरी जानकारी दी लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं थी।

पुलिस के रवैये से आक्रोशित गांव के कुछ लोग शव को अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। इसकी खबर थानेदार के साथ उच्चाधिकारियों को हुई तो प्रशासन हरकत में आया। आनन-फानन में थानेदार के साथ सीओ (जलालपुर ), एसडीएम (जलालपुर ) सहित पुलिस भी पहुंच गयी। काफी देर तक समझाने और मामले में मुकदमा दर्ज किये जाने के आश्वासन के बाद लोग शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए। पुलिस ने बाद में पूर्व की दर्ज मारपीट की धारा में इजाफा करते हुए हत्या का भी मुकदमा दर्ज किया। दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस हत्यारों को पकड़ नहीं सकी है। आरोप है कि हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं।

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