गांधीनगर | गांधीनगर के खतराज में टुटसन फार्मा कंपनी के एक एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) के टैंक में शनिवार दोपहर को घुसे पांच मजदूरों की मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, लगता है कि इन सभी की मौत करंट लगने से हुई है। गांधीनगर के कलेक्टर कुलदीप आर्य ने आईएएनएस को बताया, “पहली नजर में ऐसा लगता है कि टैंक में घुसे सभी पांच मजदूरों की करंट लगने से मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही सही कारण पता चलेगा।”
आर्य ने कहा, “अब तक हमें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार कंपनी ने ईटीपी टैंक के अंदर के केमिकल को बाहर निकाल दिया था और थोड़ा सा बचा हुआ एक पंप के माध्यम से निकाला जा रहा था। इस प्रक्रिया के दौरान यह त्रासदी हुई थी। निदेशालय के जिला अधिकारी औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य (डीआईएसएच) ने मुझे प्रारंभिक जांच रिपोर्ट भेजी है और हम मामले की जांच करेंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे। सभी पांच मजदूर बिना किसी सुरक्षा गियर के ईटीपी टैंक में प्रवेश कर गए थे, जिससे नियमों का उल्लंघन होता है। फोरेंसिक विशेषज्ञों से भी परामर्श कर रहे हैं।”
कुछ सूत्रों के अनुसार, सफाई के उद्देश्य से ईटीपी टैंक में प्रवेश करने के बाद पांच मजदूरों में से एक की दम घुटने से मौत हो गई, क्योंकि उसमें रासायनिक मिश्रित पानी था। अन्य चार मजदूर उसे बचाने के लिए टैंक में घुस गए।
मृतक मजदूरों की पहचान विनय कुमार, राम प्रकाश गुप्ता, देवेंद्र कुमार, अनीश कुमार और राजन कुमार के रूप में हुई है।
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