-उसके बाद मचा हड़कंप
-किया गया पुलिस के हवाले
मुजफ्फरपुर। बिहार में पूर्ण शराबबंदी का हाल जान लीजिए। झंडा फहराने के लिए एक हेडमास्टर साहब स्कूल में पहुंचे गए नशे में धुत होकर। स्थिति ये रही कि बोलने में परेशानी हो रही थी। ठीक से खड़े नहीं हो पा रहे थे। उसके बाद जब ग्रामीणों ने ये हालत देखी, तो पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस की जांच में हेडमास्टर साहब के शराब पीने की पुष्टि हुई। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हेडमास्टर साहब ने अपने जवाब में कहा कि मजबूरी में उन्हें पीना पड़ता है। पांच महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है।
पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय धर्मपुर पूर्वी का बताया जा रहा है। इस स्कूल के हेडमास्टर संजय कुमार सिंह को पुलिस ने शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चार सालों से संजय कुमार सिंह इस स्कूल के हेडमास्टर हैं। 26 जनवरी के दिन स्कूल में झंडा फहराने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उनके कदम लड़खड़ा रहे थे। ग्रामीणों की नजर पड़ी, तो उन्होंने हेडमास्टर से सवाल- जवाब किया और उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
स्थानीय ग्रामीण अमरेंद्र कुमार ने मीडिया को बताया कि ये पहले भी शराब पीकर क्लास रूम में पढ़ाने के लिए जाते रहे हैं। पूर्व में इनकी करतूत को ग्रामीणों ने किसी को नहीं बताया, आपस में पंचायत कर मामले को अपने स्तर से ठीक कर लिया। आज जब झंडा फहराने की बात हुई, तब हेडमास्टर साहब शराब का सेवन कर स्कूल पहुंच गए। इस दौरान वे नशे में बकर बकर कर रहे थे। बात विवाद का रूप लेने लगी, तब लोगों ने रामपुर हरि थाने की पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हेडमास्टर को गिरफ्तार कर लिया।
रामपुर हरि थाना प्रभारी सुजीत कुमार ने बताया कि थाने पर झंडा फहरा रहे थे। इसी दौरान सूचना मिली कि हेडमास्टर शराब के नशे में झंडा फहराने के लिए पहुंचे हैं। उसके बाद पुलिस वहां पहुंची और हेडमास्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद हेडमास्टर की जांच की गई, जिसमें उनके शराब पीने की पुष्टि हुई। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। ध्यान रहे कि बिहार में शराबबंदी है। लोग लगातार शराब का सेवन कर रहे हैं। शराब पीकर लोगों के मरने की खबरें आती है। उसके बाद भी शराब की अवैध बिक्री कम होने का नाम नहीं ले रही।