भूजल बचाने में हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी व भूमिका निभानी पडे़गी, तभी भूजल बच पायेगा : राजीव कुमार शर्मा

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ग्राम पंचायत संगोही के शिव मंदिर में अटल भूजल योजना के अन्तर्गत क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

करनाल, (विसु)। आजाद सिंह लठवाल अधिक्षक अभियन्ता -कम-नोडल ऑफिसर अटल भूजल के मार्गदर्शन में व कार्यकारी अभियन्ता रणवीर सिंह के दिशा निर्देशानुसार मंगलवार को गांव संगोही के शिव मंदिर में अटल भूजल योजना छठे मडयूल के अन्तर्गत एक दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया | शिविर की अध्यक्षता कर रहे सरपंच सुरेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि अगर हम चाहते है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को जल मिल सके तो हमे आज से ही इसके लिए सजग होना पड़ेगा | उन्होंने कहा कि भूजल को बचाने के लिए पानी की बूंद बूंद की कीमत को समझना पड़ेगा, अन्यथा यह जल संकट की समस्या गहरा सकती हैं| जल संसाधनों के सही प्रबंधन और संरक्षण से ही भूजल को बचाया जा सकता है इसके लिए पूरे समुदाय को एकजुट संगठित प्रयास करने होंगे |
प्रशिक्षण शिविर अटल भूजल योजना के सूचना-संचार एवं शिक्षा विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा की देखरेख में लगाया गया |
सूचना-संचार एवं शिक्षा विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि अटल भूजल योजना के अन्तर्गत डार्क जोन में आने वाले 41 ग्राम पंचायतों में छठे मडयूल के अन्तर्गत जल के सही प्रबंधन व भूजल संरक्षण को लेकर एक दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं | उन्होंने बताया कि विशेषकर गांव में गठित जल एवं स्वच्छता समितियों के सदस्यों, ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्यों व ग्रामीणों को भूजल का स्तर जो निरंतर गिरता जा रहा है जो कि अत्यधिक चिंता का विषय है| ग्रामीणों को जागरूक करते हुए उनकी इसमें क्या सरात्मक भूमिका हो सकती है, क्योंकि अगर इस पर अभी से विचार या आत्म- मंथन नही किया गया तो निकट भविष्य में एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ सकती है |
उन्होंने प्रशिक्षण में सहभागिता कर रहे प्रशिक्षुकों से भी कार्यक्रम का फीडबैक लिया और उनके सुझाव नोट कियें |
प्रशिक्षण शिविर देव ऋषि एजुकेशन सोसायटी देहरादून की पिंकी और आरती ने ग्रामीणों को अटल भूजल योजना क्या है इसकी शुरुआत कब की गई और क्यों की गई | इस योजना को लागू करने के उद्देश्य क्या है | भारत सरकार और विश्व बैंक इस योजना को किस प्रकार मिल कर क्रियावन्नित कर रहे है के बारे में विस्तार से बताया | उन्होंने जल संरक्षण पर एक गीत के माध्यम से भी ग्रामीणों को चेताया | पिंकी और आरती ने ग्रामीणों को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि आज पूरे भारत में भूजल की स्थिति क्या है और कितना जल उपलब्ध है और कितना खर्च हो रहा है | यदि इसे तेजी से जल को हम निरन्तर बर्बाद करते रहे तो आगे आने वाले सालों में क्या स्थिति उत्पन्न हो सकती है| यानी हमें बडे़ जल संकट का सामना करना पड़ सकता हैं | प्रशिक्षण शिविर में ग्रामीणों ने खुल कर चर्चा की | गांव के नागरिक इस विषय को लेकर काफी चिंतित नजर आये | ट्रेनरों ने ग्रामीणों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर बड़ी सहजता से दिया |
सूचना-संचार एवं शिक्षा विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि हमें भूजल को बचाने हेतु मेरा पानी मेरी विरासत योजना के अंतर्गत फसल विविधिकरण को अपना होगा | हमें अपनी खेती का परंपरागत तरीका बदल कर कम पानी की लागत की फसलों को लगाना होगा | कृषि में किसान भाईयों को आधुनिक विधियों से सिंचाई पद्धतियों को अपनाकर टपका विधि व फव्वारा विधि को अपनाना होगा | ताकि सिंचाई की इन विधियों से 40-50 प्रतिशत पानी बचाया जा सकता है | हरियाणा सरकार इन विधियों पर 85 प्रतिशत सब्सिडी भी दे रही है | इस पुनित कार्य में हमे सब को अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे | हमें एक- एक पानी की बूंद को बचाना होगा तभी हम अपने भूजल को बचाने की दिशा में सार्थक भूमिका निभा सकते हैं | उन्होंने बताया कि हमें खेती में भी उन्नत व प्रौद्योगिकी की तरफ एक कदम बढा़ते हुए नये नये तौर तरीकों को कृषि क्षेत्र में अपनाना पडे़गा ताकि मुनाफा दौगुना कमाया जा सके | इसके लिए कृषि की नई नई पद्दतियों को समझना पडेगा और कृषि क्षेत्र में अपनाना पडे़गा |
प्रतिभागियों को जल संसाधनों के सही उपयोग और जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई |
इस अवसर पर अटल जल सहेली रीटा सैनी ने अटल भूजल योजना की टीम को आश्वासन दिया कि आप जो भी गांव को लेकर रूपरेखा बनायेंगे हम सब गांव से उसमें पूर्ण सहयोग करेंगें | उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेवारी बनती है कि इस पुनीत कार्य में अपना शत प्रतिशत सहयोग सरकार को दें ताकि विरासत में हम भावी पीढ़ी के लिए भूजल छोड़ कर जा पायें |
इस अवसर पर डीआईपी से वॉटर कंजरवेशन विशेषज्ञ मनजीत सिंह, आई ई सी विशेषज्ञ कपिल कुमार, कृषि विशेषज्ञ नीरज कुमार, ट्रेनर पिंकी व आरती, अटल जल सहेली रीटा सैनी, रीना देवी, उर्मिला देवी, सीमा रानी, संगीता, ईशो देवी, ममता, सर्बजीत कौर, मनजीत, चन्ना सिंह, जय भगवान, राजेश कुमार, रमेश कुमार, जरनैल सिंह, पवन कुमार, जगदीश, नीलम व रानी देवी मुख्य तौर पर मौजूद रहे |
फोटो कैप्शन 1-2: अटल भूजल योजना के क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उपस्थिति | प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों से भूजल पर चर्चा करते सूचना संचार व शिक्षा विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा |

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