नई दिल्ली। केंद्र सरकार गुरुवार 8 अगस्त को संसद में वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन के लिए बिल पेश किया, जिसका विरोधियों ने एकजुट होकर विरोध किया। इस बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए केंद्र सरकार पर वक्फ बोर्ड को तबाह करने का आरोप लगाया।
हैदराबाद के सांसद ने कहा, “ये वक्फ बोर्ड नहीं, एनआरसी हो रहा वक्फ की प्रॉपर्टी का. सरकार ये कहकर धोखा दे रही है कि वक्फ बोर्ड में जो प्रॉपर्टी है वो पब्लिक प्रॉपर्टी नहीं है, बल्कि प्राइवेट प्रॉपर्टी है। मुसलमानों ने अपने खून पसीने की कमाई कर उसको वक्फ किया और अब सरकार बोल रही है कि हम इसको ले लेंगे। वक्फ मुसलमानों में एक धार्मिक परंपराओं में शुमार होता है। सरकार कलेक्टर राज से वक्फ पर कब्जा करना चाहती है.” उन्होंने पूछा कि क्या कोई कलेक्टर सरकार के खिलाफ आदेश देगा।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “केंद्र सरकार कह रही है कि अब से वक्फ बाई यूजर को खत्म कर देंगे और आपको डॉक्यूमेंट दिखाना होगा। 300 साल से किसी मस्जिद, ईदगाह और कब्रिस्तान का इस्तेमाल हो रहा है और अब कहा जाएगा कि ये सरकार की प्रॉपर्टी हो जाएगी। ऐसे में तो जिस दिन सरकार चाहेगी तो वक्फ बाई यूजर निकल जाएगा.” उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब इसे सरकार की प्रॉपर्टी घोषित की जाएगी तो हम ये उम्मद करेंगे कि कलक्टर सरकार के विरोध में आदेश देंगे।