
हिंदू धर्म (Hindu Dharma) समेत विभिन्न संस्कृतियों में पितरों (Pitru) से संबंधित पूजा-पाठ, ध्यान, दान आदि का महत्व है। हिंदू धर्म में तो पितरों को लेकर ऐसी मान्यता है कि, मरणोपरांत भी पितृ अपनी कृपा दृष्टि परिवार पर बनाए रखते हैं। पितृ यदि प्रसन्न होते हैं तो परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
लेकिन किसी कारण पितृ नाराज हो जाए तो इससे जीवन में संकट आ सकता है। जाने-अनजाने में हुए गलत कार्यों से पूर्वज या पितृ कुपित होते हैं। इसलिए भूलकर भी ऐसा कोई काम नहीं करना, जो पितरों की नाराजगी का कारण बनें।
लेकिन प्रश्न यह है कि पितरों की नाराजगी को कैसे पहचानएं और पितरों को प्रसन्न करने के लिए क्या करें. बता दें कि पितृ नाराज होकर आपको कुछ संकेत देते हैं. यदि आपको भी ये संकेत मिल रहे हैं तो समझ लीजिए कि आपके पूर्वज आपसे नाराज हैं।
अज्ञात भय और चिंता: आपको या फिर परिवार के किसी सदस्य को अज्ञात भय सताता है या फिर हमेशा चिंता मसहूस होती है तो यह पितृ दोष (Pitra Dosh) का संकेत है. इसका कारण यह है कि आपके पितृ आपसे प्रसन्न नहीं है। खाने में बाल निकलना: खाने के दौरान कभी-कभार बाल निकलना आम बात को हो सकती है. लेकिन अक्सर ऐसा होता है या पहले कोर में ही बाल निकल आता है तो यह पितृ दोष का संकेत हैं।