55 दिन बाद शाहजहां शेख गिरफ्तारी, शेख पर कसेगा शिकंजा

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Shahjahan sheikh : संदेशखाली में ईडी पर हमले और महिलाओं से यौन उत्पीड़न को लेकर घिरे टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर कार्रवाई नहीं होने पर ममता बनर्जी सरकार पहले से घिरी हुई थी। अब कोर्ट में पेशी के दौरान टीएमसी नेता के विक्ट्री साइन बनाने के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि 42 मामलों में आरोपी पर शिकंजा कब कसेगा?

कोलकाता । पश्चिम बंगाल में पिछले डेढ़ महीने से संदेशखाली में पहले ईडी पर हमले और फिर महिलाओं से यौन उत्पीड़न पर घिरी ममता बनर्जी के सामने नए सवाल खड़े हो रहे हैं। हाईकोर्ट की फटकार और राज्यपाल के दखल के बाद भले ही पश्चिम बंगाल पुलिस ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख को 55 दिन बाद अरेस्ट कर लिया, लेकिन कोर्ट में पेशी के दौरान शाहजहां शेख जिस तरह से विक्ट्री साइन बनाता नजर आया है। उससे फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या ममता सरकार में अपराधियों की इसी तरीके से पेशी होती है। शाहजहां शेख के खिलाफ 42 मामले दर्ज हैं। पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ ईडी और सीबीआई को उसकी तलाश है। राशन घोटाले को लेकर भी उसके ऊपर संगीन आरोप हैं। इस सब के बीच सवाल यही है कि व्यक्ति पर महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के संगीन आरोप लगाए। क्या उसे शाहजहां शेख को कानून को कोई खौफ नहीं है?

 

कैसे सुरक्षित महसूस करेंगी महिलाएं?

 

शाहजहां शेख की दबंगई के पहले चर्चे सामने आए थे लेकिन उसकी जो हेकड़ी और दबंगई कैमरे में कैद हुई है। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में संदेशखाली और शाहजहां शेख का मुद्दा खत्म नहीं होगा। कलकत्ता हाई कोर्ट ने जिस आरोपी को पकड़ने के लिए हफ्ते में दो बार फटकार लगाई वह पुलिस की हिरासत में एक मंत्री जैसे अंदाज में चलता हुआ दिखाई दिया। निश्चित तौर पर विपक्ष इस मुद्दे पर हमलावर होगा, यह मामला सिर्फ यहीं तक नहीं कि बीजेपी आरोपी लगाएगी। सवाल यहां पर एक महिला मुख्यमंत्री के इकबाल और भरोसे का है।क्या संदेशखाली की महिलाएं जिन्होंने 13 साल चुप्पी तोड़ी वे फिर से शाहजहां शेख के कानून से ऊपर बताने वाले अंदाज से नहीं सहमेंगी। क्या ये सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए कि पेशी के दौरान उसके हाथों में हथकड़ी क्यों नहीं थी? पश्चिम बंगाल पुलिस उसे वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों देती हुई नजर आई? सोशल मीडिया पर शाहजहां शेख के हेकड़ी भरे अंदाज पर प्रतिक्रिया सामने आई है। सवाल यही है कोई अपराधी इतना बेखौफ कैसे हो सकता है?

 

 

 

टीएमसी कैसे करेगी बचाव?

 

 

संदेशखाली की घटना के तूल पकड़ने के बाद काफी दिनों से लगातार शाहजहां शेख पर कार्रवाई की प्रतीक्षा थी, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि पुलिस जब उसे पकड़ेगी तो एक मेहमान बनाकर उसे कोर्ट में लेकर जाएगी। शाहजहां शेख के पक्ष में टीएमसी जो भी दलील दे लेकिन पश्चिम बंगाल ही नहीं पूरे देश की महिलाएं अब ये सवाल पूछेंगी कि एक अपराधी को दीदी के राज में इतनी अकड़ कहां से मिली? जो ईडी के लुकआउट नोटिस और कई समन को अनदेखा करके छिपा रहा। हाईकोर्ट को सरेंडर करने का आदेश देना पड़ा। इसके बाद भी वह सामने नहीं आया। जब हाईकोर्ट ने कहा कि कोई भी एजेंसी उसे पकड़ सकती है तब उसकी गिरफ्तारी हुई, लेकिन गिरफ्तारी के दौरान पुलिस प्रोटेक्शन में जिस तरीके अकड़ दिखाई। क्या इससे सवाल खड़े नहीं होते हैं कि उत्तर 24 परगना का प्रशासन शाहजहां शेख के आगे नतमस्तक है।

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