सहारा के साथ ही दूसरी ठगी कंपनियों के निवेशकों की लड़ाई लड़ने के लिए अब 14 संगठनों के समर्थन से संयुक्त निवेशक मोर्चा का गठन हो चुका है। संयुक्त निवेशक मोर्चे के बैनर तले 26 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम है। संयुक्त निवेशक मोर्चा के बैनर प्रथम प्रहरी, विश्व भारती जन सेवा संस्थान, राष्ट्रीय एकता फाउंडेशन, ठगी पीड़ितों की आवाज, भारतीय अपना समाज पार्टी और राष्ट्रीय उपकार मोर्चा समेत 14 संगठन निवेशकों की लड़ाई लड़ने का दम भर रहे हैं। आंदोलन को प्रख्यात समाजसेविका मेधा पाटकर, किसान नेता डॉ. सुनीलम, किसान नेता संजीव प्रधान का समर्थन मिल चुका है। देशभर के तमाम सोशल एक्टिविस्ट और किसान औेर मजदूर नेताओं का समर्थन इस आंदोलन को मिलने वाला है।
दरअसल कई संगठन सहारा और दूसरी ठगी कंपनियों के निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे थे। विभिन्न राज्यों की राजधानियों के साथ ही दिल्ली जंतर मंतर औेर राम लीला मैदान पर भी निवेशकों की लड़ाई लड़ी जा चुका है। क्योंकि ये संगठन अलग अलग लड़ाई लड़ रहे थे तो केंद्र सरकार और इन कंपनियों के प्रबंधन पर बड़ा दबाव नहीं बन पा रहा था। वरिष्ठ पत्रकार और फाइट फॉर राइट के राष्ट्रीय अध्यक्ष चरण सिंह राजपूत ने इस मोर्चा के गठन का प्रस्ताव इन संगठनों को दिया औेर इन संगठनों ने बड़ी सूझबूझ के साथ संयुक्त निवेशक मोर्चा का गठन किया है। 26 फरवरी से दिल्ली जंतर मंतर पर होने वाले धरना प्रदर्शन की तैयारी बड़ी जोर शोर से हो रही है। इस आंदोलन में सभी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोर्चे की कोर टीम के सदस्य हैं। आंदोलन की अगुआई मुख्य रूप से फाइट फॉर राइट के राष्ट्रीय अध्यक्ष चरण सिंह राजपूत, प्रथम प्रहरी के बी.के. श्रीवास्तव, विश्व भारती जन सेवा संस्थान के नागेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय एकता फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रानी शेख, ठगी पीड़ितों की आवाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश सिंह, राष्ट्रीय उपकार मोर्चा के राष्ट्रीय दिनेश चंद्र दिवाकर, भारतीय अपना समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजन सिंह सूर्यवंशी, संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय वर्मा के साथ ही कोर टीम के सदस्य कर रहे हैं।