इंडिया गठबंधन की बैठक होने से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह के बीच होने वाली बैठक काफी चर्चा में है। कहीं-कहीं चर्चा है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कहीं नीतीश कुमार बीजेपी में फिर वापसी न कर लें। अमित शाह से नीतीश कुमार की बैठक के क्या मायने हैं।
10 दिसंबर को बिहार की राजधानी पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक होनी है। जिसका नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। बैठक में नीतीश कुमार समेत झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ सकते हैं। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के अहम सूत्रधार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में दिखाई देंगे।
राजनीतिक rival होने के नाते अमित शाह और नीतीश कुमार पिछले कई महीने से एक दूसरे के साथ कोई बैठक नहीं की है। ऐसे में इस बैठक को लेकर यह चर्चा थी कि सीएम नीतीश इसमें जाएंगे या नहीं… लेकिन नीतीश कुमार ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है और वे जरुर बैठक में शामिल होंगे।
अब आपको बताते हैं कि पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी। आपको बता दें कि 2022 पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आयोजित की गई थी जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की थी। इस साल 2023 में ये बैठक बिहार की राजधानी में आयोजित की जा रही है। बैठक में गृह मामलों से जुड़े विषयों के साथ पूर्वी राज्यों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
उधर नीतीश कुमार से जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम पर सवाल किया गया तो नीतीश का कहना था कि कांग्रेस को एक राज्य में जीत मिली है। चुनाव में इस तरह का परिणाम होते रहते हैं। नीतीश से जब इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने को लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये बैठक जब भी होगी, वे उसमें जरूर शामिल होंगे। इंडिया गठबंधन की बैठक 6 दिसंबर को ही होनी थी लेकिन बहुत से नेताओं के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की वजह से इस बैठक को आगे के लिए टाल दिया गया।