फिरोजाबाद । माह की प्रत्येक नौ तारीख को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस (पीएमएसएमए) में जनपद की स्वास्थ्य इकाइयों पर डॉक्टरों द्वारा गर्भवतियों की प्रसव पूर्व सभी जांच की गईं और बेहतर स्वास्थ्य के लिए परामर्श दिया गया| जनपद में कुल 316 गर्भवतियों की जाँच की गयी, जिसमें 18 गर्भवती उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (एचआरपी) की चिन्हित हुयीं|
सीएमओ डॉ नरेंद्र सिंह ने बताया कि इस अवसर पर गर्भवतियों को व्यापक और गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व देखभाल करना सुनिश्चित किया गया है। इस दिवस में गर्भवती को पहली और दूसरी तिमाही में विशेषज्ञों तथा एमबीबीएस डॉक्टर द्वारा परामर्श दिया गया|
नोडल अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि दिवस पर उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों को चिन्हित किया गया, अब उनके स्वास्थ्य पर खास नजर रखी जाएगी। पीएमएसएमए में गर्भवती की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन, ब्लड प्रेशर, एचआईवी, वजन, सिफलिस एवं अन्य जांच की गयीं|
जिला परामर्शदाता प्रदीप कुमार ने कहा कि दिवस में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व सभी जांचों के अलावा टिटनेस- डिप्थीरिया का टीका तथा आयरन, कैल्शियम एवं आवश्यक दवाएं दी गयीं| एचआरपी की पहचान, प्रबंधन एवं सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया गया।
जिला महिला अस्पताल की वरिष्ठ डॉ आस्था ने बताया कि गुरुवार को 185 से अधिक गर्भवतियों को देखा गया जिसमें उच्च जोखिम वाली 14 गर्भवतियों को चिन्हित किया गया। संयुक्त जिला चिकित्सालय शिकोहाबाद में डॉ प्रिया यादव ने बताया कि 108 गर्भवतियों को परामर्श दिया गया तथा दो एचआरपी चिन्हित की गयीं, वहीँ उसायनी पीएचसी में डॉक्टर नेहा ने बताया कि उनके स्वास्थ्य केंद्र पर 23 महिलाओं का चेकअप किया गया जिनमें दो एचआरपी चिन्हित की गयी|
काउंसलर सविता तथा कंचन ने बताया कि सभी गर्भवतियों की सभी आवश्यक जांचें की गई हैं साथ ही उनको बिस्कुट तथा फलों का वितरण किया गया।
महिला जिला अस्पताल में जांच के लिए आई लाभार्थी रजनी ने बताया कि केंद्र पर उनकी सभी जांचें की गई हैं तथा डॉक्टर ने खून की कमी बताई है जिसके लिए उन्होंने कुछ गोलियां दी हैं और संतुलित आहार खाने की सलाह दी है।
महिला जिला अस्पताल फिरोजाबाद में लाभार्थी मंजू यादव ने बताया कि उनकी सभी जांचों के बाद डॉक्टर ने बीपी ज्यादा होना बताया जिसको लेकर डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है, साथ ही गोलियां और संतुलित आहार खाने के लिए कहा है। स्टाफ नर्स गुंजन ने बताया लाभार्थी मंजू और रजनी को उच्च जोखिम श्रेणी में नहीं रखा है, लेकिन समय पर जांच कराने के लिए अवश्य परामर्श दिया गया।