मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आने से पहले गया जिले के बांके बाजार प्रखंड अंतर्गत बेला गांव में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और डीडीसी विनोद दूहन ने प्रशासनिक और पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर बेला गांव पहुंचा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को अपनी समाधान यात्रा के तहत मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया पहुंचे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर बांके बाजार के बेला और बोधगया प्रखंड के इलरा गांव को सजाया गया था। हालांकि यहां से इलरा गांव में मुख्यमंत्री का विरोध का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिले के बांके बाजार प्रखंड अंतर्गत बेला गांव में हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचे थे। वह अपने कार्यक्रम के तहत पहले गांव गांव गये थे। इसके बाद उनका इलरा गांव जाने का कार्यक्रम था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को चौकस रखा गया था। सीएम के आने से पहले ही यहां के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और डीडीसी विनोद दूहन ने प्रशासनिक व्यवस्था का जायजा लिया था।
नीतीश कुमार वापस जाओ के के लगे नारे
जानकारी के अनुसार समाधान यात्रा के तहत शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बोधगया इलरा गांव में विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, मुख्यमंत्री गांव में पहुंचे और नीरा के काउंटर का जायजा लिया। यहां उन्हें पंचायत भवन का उद्घाटन करना था परंतु मुख्यमंत्री को समीक्षा बैठक में जाने के लिए देर हो गई। ऐसे में सीएम बिना उद्घाटन के ही जाने लगे। इसी बात से नाराज होकर लोग विरोध करने लगे। लोगों ने नीतीश कुमार वापस जाओ के नारे लगाए और सरकारी बैनरों को भी फाड़ दिया।
सीएम नीतीश उद्घाटन किए बिनका ही बोधगया महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र आ गये। जहां मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक की। प्रशासन ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन इस तरह का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में बैनर को फाड़ा जा रहा है। उस पर समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आने को लेकर जानकारी लिखी है। इसके साथ ही इस बैनर पर अंकित तारीख 21 जनवरी 2023 साफ दिखाई पड़ती है। कुछ लोग इसके सामने हाथों में लाठी लेकर खड़े हैं। इसके बाद भारी शोर के बीच इसे फाड़ दिया जाता है।