Protest at Jantar Mantar : राजनीतिक दलों के बहकावे में न आएं ठगी पीड़ित : मदन लाल आज़ाद

0
436
Protest at Jantar Mantar, Parliament Satyagraha, Political Ideology, Buds Act 2019
Spread the love

Protest at Jantar Mantar : राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाने वाले संगठनों के आंदोलन का विरोध करेगा ठगी पीड़ित परिवार

Protest at Jantar Mantar : ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के संयोजक मदन लाल आज़ाद ने बताया कि ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार संगठन देश के समस्त ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवारों के भुगतान के लिए रजिस्टर्ड कराया गया है। संगठन पूरी तरह से गैरराजनैतिक है, इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। हमारा संगठन कानूनी और आंदोलनात्मक रूप से सभी ठग कंपनी व सोसाइटी के पीड़ितों के भुगतान के लिए लड़ रहा है और तब तक लड़ेगा जबतक हमारे प्रत्येक सदस्य का भुगतान नहीं हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ठगी पीड़ितों का भुगतान और तपजप का लक्ष्य ठगमुक्त बेईमान रहित भारत का निर्माण तभी पूरा होगा जब सब मिलकर लड़ाई लड़ेंगे।
Protest at Jantar Mantar, Parliament Satyagraha, Political Ideology, Buds Act 2019
उन्होंने बताया कि जो लोग 31 जुलाई के Parliament Satyagraha के अलावा अपने-अपने अलग कार्यक्रमों की घोषणा कर रहे हैं। वह किसी भी तरह किसी जमाकर्ता या ठगी पीड़ित के हितैषी नहीं हो सकते हैं। इसलिए 31 जुलाई के बाद जितने भी कार्यक्रम घोषित किये गए हैं। हम उन तमाम कार्यक्रमों कथित आंदोलनों का निम्न आधार पर बहिष्कार करते हैं।
Protest at Jantar Mantar, Parliament Satyagraha, Political Ideology, Buds Act 2019
उन्होंने बताया कि जो लोग राजनेताओं की जी हुजूरी करते हैं या आंदोलन में किसी भी राजनेता को बुलाकर आंदोलन को राजनीति के हवाले कर रहे हैं वह ठगों से भी बड़े दुश्मन हैं जमकार्ताओं के। पहले भी कई बार ठगी पीड़ितों के आंदोलन राजनेताओं राजनीति के कारण विफल हुए हैं। कथित तिरंगा यात्रा भी आम आदमी पार्टी का प्रयोजन है, इससे किसी जमाकर्ता को कोई लाभ नहीं होने वाला, इसलिए भी अब हम पूरी तरह इसका बहिष्कार करेंगे।Parliament Satyagraha
मदन लाल आज़ाद ने बताया कि कुछ दिन पहले ही जब उन्होंने पहले मतदान फिर भुगतान अभियान चलाया था तो संयुक्त राष्ट्रीय मोर्चा बनाकर तब भी कुछ साथी क्षणिक लालच में आकर इसी आम आदमी पार्टी का झंडा उठाने लगे थे, जिस कारण पूरा आंदोलन बिखर गया और जो जीत हमें जनवरी 2022 में ही मिलने वाली थी वह हमसे दूर चली गई।
मदन लाल आज़ाद ने बताया कि ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार किसी भी मूल्य पर किसी भी राजनेता को आंदोलन पर हावी नहीं होने देगा, हां कोई नेता प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री है तो हम उसे मंच पर स्थान अवश्य दे सकते हैं। वह भी तब जब वह केवल अपने न्यायिक कर्तव्य का निर्वहन करने हमारे मध्य आएगा राजनीति करने नहीं। भुगतान Parliament Satyagraha भुगतान से मिलेगा।
Madan Lal Azad ने बताया कि उनके आंदोलन में किसी राजनेता को शिरकत करनी है सम्मिलित होना है तो वह अपनी पार्टी अपनी Political Ideology को मलमूत्र की तरह त्यागकर हमारे मध्य आएगा, अन्यथा हम उसको अपना मंच साझा नहीं करने देंगे। मंच या आंदोलन में सहभागिता के समय कोई भी साथी भागीदार राजनीति नहीं करेगा इस नियम का सख्ती से पालन करना होगा।
Madan Lal Azad ने बताया कि ध्यान रखें राजनेता आपसे बिना शर्त समर्पण की मांग करेंगे ठगों की तरह और यदि आप नेताओं के समक्ष समर्पित हो गए तो वह केवल और केवल आपका राष्ट्र का शोषण करेंगे। इसलिए कोई तिरंगा उठाये या भारत माता का चित्र या गौ माता या 786 या निशान साहेब या क्रूस आपको भावनाओं में नहीं बहना है और ठीक से देख लेना है कि कहीं कोई आपको यह भावनात्मक प्रतीक दिखाकर पुनः न ठग ले सुब्रत की तरह।
Madan Lal Azad ने बताया कि राजनेताओं ने ठगी पीड़ित राष्ट्र को बहुत धोखे दिए हैं और ठगों को संरक्षण देकर इन्हीं नेताओं ने हमारे लाखों पीड़ित भाई बहिनों की बलि ली है, राजनेता Political Ideology से बंधे होते हैं, यदि वे ईमानदार होते तो अपने अपने शासन वाले राज्यों में ठगी पीड़ितों का भुगतान आरम्भ कर देते, दिल्ली में और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, यदि अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह या भगवंत मान ईमानदार होते तो अब तक इन दोनों राज्यों में भुगतान हो गया होता।
कांग्रेस की कई राज्यों में सरकार है, संसद में मुख्य विपक्षी दल है, वह चाहती तो कबका भुगतान आरम्भ करवा सकती थी, किन्तु उसने भी भुगतान आरम्भ नहीं कराया न कभी संसद में ठगी मामलों को Buds Act 2019 को उठाया, इससे सिद्ध होता है कि कांग्रेस की नीयत भी आम आदमी पार्टी और भाजपा की तरह खराब है और यह दल भी केवल ठगी पीड़ितों को गुमराह करता है।
भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, जनता दल बगैरा की सबको पता है यह ठगों से मिले हुए हैं।
प्रधानमंत्री देश के चौकीदार हैं इसलिए उनका यह धर्म है, फर्ज है कि वह राजनीति से ऊपर उठकर 31 जुलाई के संसद सत्याग्रह में जन्तर मन्तर पधारें और स्वयं अपनी आंखों से देखें कि उनके मित्र Subrat Rai Sahara ने कितनी जिंदगी कितने घर तबाह कर दिए हैं। मदन लाल आज़ाद ने बताया कि हमारी किसी से निजी रंजिश या निजी लालसा नहीं है किंतु हम यह भी नहीं होने देंगे कि कोई व्यक्ति अपनी राजनैतिक कुंठाओं की पूर्ति के लिए ठगी पीड़ितों के आंदोलन को राजनेताओं को समर्पित करके अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति कर ले।
प्रधानमंत्री को Protest at Jantar Mantar के तहत संसद सत्याग्रह में आने का न्यौता हमने बतौर राजनेता नहीं दिया है बल्कि इसलिए दिया है कि वह देश के प्रधान सेवक हैं और उन्हें 20 करोड़ ठगी पीड़ितों की सेवा के इस सुनहरे अवसर को त्यागना नहीं चाहिए अपितु अपने उस वचन की कर्तव्य की पूर्ति करनी चाहिए जो 31 को उन्होंने संसद और राष्ट्रपति के मार्फ़त देश को दिया था और कहा था कि वह Buds Act 2019 लागू करके 6 माह में देश के प्रत्येक ठगी पीड़ित जमाकर्ता का धन दो से तीन गुणा वापस करेंगे और समस्त ठगों को दंडित करेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here