द न्यूज 15
कीव। यूक्रेन और रूसी सेना के बीच आज जंग शुरू हुए 21 वां दिन है। रूसी सैनिकों की ओर से फेंके जा रहे हवाई बमों से यूक्रेन की धरती आग उगल रही है। लाखों की संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं और देश छोड़ने को मजबूर हैं। इस बीच बुधवार को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने कहा कि अगर युद्ध ऐसे ही जारी रहा तो 99 फीसदी यानि 10 में से 9 यूक्रेनी भुखमरी या अत्यंत गरीबी की स्थिति का सामना कर सकते हैं। ये ऐसा दौर हो सकता है जो देश को दो दशक पीछे धकेल देगा।
यूएनडीपी के प्रशासक अचिम स्टेनर ने कहा कि उनकी एजेंसी यूक्रेन सरकार के साथ काम कर रही है ताकि अर्थव्यवस्था के चरमराने पर सबसे खराब स्थिति से बचा जा सके। इसका उद्देश्य परिवारों को जीवित रहने के लिए भोजन खरीदने के साथ नकद हस्तांतरण प्रदान करना और बुनियादी जरुरतों को पूरा करना होगा। स्टीनर ने रॉयटर्स को बताया, “अगर संघर्ष लंबा चलता है, तो हम गरीबी दर में काफी वृद्धि देखने जा रहे हैं।”
स्टीनर ने आगे कहा कि अगर युद्ध जारी रहता है तो हम ये कह सकते हैं कि 10 में से 9 यूक्रेनी अत्यंत गरीबी का सामना कर सकता है। “हम इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि इस युद्ध में यूक्रेन के 18 साल तक के विकास कार्यों को केवल 12 से 18 महीनों में मिटाया जा सकता है।”
इससे पहले यूक्रेन के शीर्ष सरकारी आर्थिक सलाहकार ओलेग उस्तेंको ने पिछले गुरुवार को कहा था कि रूसी सेना ने अब तक कम से कम 100 अरब डॉलर के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है और यूक्रेन के 50% व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गए हैं।