खुलासा : गाजियाबाद की 40 फीसदी आबादी गंदा पानी पीने को मजबूर

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द न्यूज 15  

गाजियाबाद । शहर के कई ऐसे वार्ड हैं जहां जरूरत से कम व दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही है। इसकी बड़ी वजह पुरानी व जर्जर पाइप लाइन का होना बताया गया है। हाल ही में नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने सभी वार्ड में पानी की आपूर्ति को लेकर एक सर्वे कराया। जिसके तहत पाया गया कि हर वार्ड में पानी की आपूर्ति 2011 की जनगणना के हिसाब से है। माना जा रहा है जनणना हिसाब से अब 20 फीसदी अधिक लोगों को पानी की जरूरत है। इसके लिए 2025 तक प्रत्येक घर में पेयजल की आपूर्ति करने की तैयारी की गई है। जनपद की हालत तो यह है कि यहां की 40 फीसदी आबादी को साफ पानी नहीं मिल रहा है। अधिकारियों ने अब इस पर योजना बनाने की बात कही है।

यहां नहीं हो रही आपूर्ति : मोहन नगर जोन के शालीमार गार्डन, छाबड़ा कॉलोनी, शहिद नगर, जनकपुरी, पप्पू कॉलोनी, लाजपत नगर, राजीव कॉलोनी, डीएलएफ कॉलोनी, तुलसी निकेतन, भोपुरा, गणेशपुरी कॉलोनी, राजेंद्र नगर, साहिबाबाद, अर्थला, करेहड़ा, गरिमा गार्डन, डिफेंस कॉलोनी, श्याम पार्क, राजबाग, कुटी, मौसम विहार, गगन विहार और जवाहर पार्क, पसौंडा, वृंदावन गार्डन, विक्रम एंक्लेव में नगर निगम पानी की आपूर्ति नहीं करता है।

शहरी क्षेत्र की स्थिति :

● शहर की आबादी – 25 लाख

● भवनों की संख्या- 3.57 लाख

● कुल वार्डों की संख्या – 100

● रोजाना पानी की डिमांड- 337 मिलियन लीटर प्रतिदिन

● रोजाना पानी की आपूर्ति – 320 मिलियन लीटर प्रतिदिन

● शहर में रोजाना पानी की आपूर्ति में कमी – 20 मिलियन लीटर प्रतिदिन

● गंगाजल से पानी की आपूर्ति – 50 मिलियन लीटर प्रतिदिन

● भूजल से पानी की आपूर्ति – 270 मिलियन लीटर प्रतिदिन

● एक व्यक्ति को आवश्यकता-135 लीटर प्रतिदिन

गांवों के लिए योजना पर काम चालू

गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए सरकार की ओर से जल जीवन मिशन योजना के तहत जनपद के गांवों में पानी की पाइप लाइन डाली जा रही है। योजना के लिए कुल 205 गांवों में से 147 गांवों में साफ पानी की किल्लत है।

खोड़ा में सबसे बुरा हाल : खोड़ा के लोग कई सालों से पेयजल की मांग कर रहे हैं। आपूर्ति नहीं होने से छह लाख की आबादी अन्य साधनों से पानी की जरूरत पूरी कर रही है। गंगाजल आपूर्ति के लिए बनाया गया प्रस्ताव शासन के पास लंबित पड़ा हुआ है।

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