द न्यूज 15
इस्लामाबाद । पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान भीड़ में आत्मघाती विस्फोट में मरने वालों की संख्या 62 हो गई है। जबकि 200 लोग घायल हैं। देश के गृह मंत्री ने शनिवार को शिया मस्जिद पर इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह द्वारा किए गए घातक आत्मघाती हमले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने का संकल्प लिया। बता दें कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक में शुक्रवार को खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में किस्सा ख्वानी बाजार में एक मस्जिद के अंदर आईएसआईएस-खुरासान से संबंधित एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया।
अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि विस्फोट में घायल हुए पांच और लोगों की मौत के बाद शनिवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई। पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मुहम्मद असीम ने कहा कि संख्या और भी बढ़ सकती है।
पेशावर के एसएसपी (ऑपरेशन) हारून रशीद खान ने कहा कि विस्फोट एक आत्मघाती विस्फोट था। उन्होंने कहा कि दो हमलावर थे लेकिन उनमें से केवल एक आत्मघाती हमलावर था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने काले कपड़े पहने एक व्यक्ति की पहचान आत्मघाती हमलावर के रूप में करते हुए कहा कि उसने मस्जिद में प्रवेश किया, पहले सुरक्षा गार्ड को गोली मारकर हत्या कर दी और फिर पांच से छह गोलियां चलाईं। प्रत्यक्षदर्शी ने जियो न्यूज को बताया, “उसके बाद, वह जल्दी से मस्जिद के मुख्य हॉल में घुस गया और खुद को उड़ा लिया। इसके बाद, हर जगह लाशें और घायल लोग पड़े थे।” डॉन अखबार की खबर के मुताबिक बम विस्फोट की खबर फैलते ही महिलाओं समेत कई लोग अपने परिवार के सदस्यों का हालचाल जानने के लिए मस्जिद की ओर दौड़ पड़े, जो वहां जुमे की नमाज अदा करने गए थे।
इमामबर्ग के आसपास और वहां की गलियों के हर घर शोक में था, क्योंकि निवासियों ने या तो एक या दो सदस्यों को खो दिया था या बम विस्फोट में सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पिछला बड़ा आतंकवादी हमला भी 27 अक्टूबर, 2020 को दीर कॉलोनी की एक मस्जिद में किया गया था, जिसमें आठ छात्रों की मौत हो गई थी और लगभग 120 घायल हो गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि शुक्रवार का हमला पेशावर में सबसे बड़ी आतंकवादी गतिविधि थी।
पेशावर विस्फोट की राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने कड़ी निंदा की है। खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने इस घटना के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की कसमें खाई। उन्होंने कहा किस्थल पर लोगों को निशाना बनाना एक अमानवीय और क्रूर कृत्य है और अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अफगानिस्तान की सीमा से लगे प्रांत में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री आवास में एक आपात बैठक बुलाई है।