सुब्रमण्यम स्वामी लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं, वहीं पिछले साल स्वामी ने राज्यसभा में चीन सीमा विवाद को लेकर सवाल पूछा था, जिसे खारिज कर दिया गया था
द न्यूज 15
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर अपने ट्वीट से अपनी ही सरकार केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते रहते हैं। हालांकि अब उनका एक ट्वीट सामने आया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मतदाताओं के नाराज होने पर उन्हें बाकी दलों की तरफ देखने की आवश्यकता नहीं है। 16 फरवरी को भाजपा सांसद ने एक ट्वीट में लिखा कि मेरे लिए धन्यवाद कि भाजपा सभी लोगों के लिए सर्व-उद्देश्यीय पार्टी है। उन्होंने लिखा कि वोटर्स के गुस्सा होने पर उन्हें बाकी दलों की तरफ देखने की जरूरत नहीं है। बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी इससे पहले महंगाई, रोजगार और चीन के मसलों पर भाजपा, मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
पिछले दिनों स्वामी ने लद्दाख को लेकर चल रहे ट्विटर पर एक डिस्कशन में कहा कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मसलों पर संसद में उनके सवालों का जवाब नहीं देती है। वहीं लद्दाख को लेकर जब स्वामी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच एक समझौता हुआ था कि सीमा विवाद हल ना होने की स्थिति में एलएसी ही सीमा निर्धारित होगी।
उन्होंन कहा कि दोनों देशों ने इस पर साइन किया था। इस बीच अप्रैल 2020 में जानकारी सामने आई कि चीनी सेना भारत की सीमा में घुस आई। वहीं सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इसपर कुछ बोलने से मना कर दिया। मेरे संसद में पूछे गए सवाल भी इसी आधार पर खारिज कर दिए गए। बता दें कि पिछले साल स्वामी ने राज्यसभा में चीन सीमा विवाद को लेकर सवाल पूछा था। इस पर उनका दावा था कि राज्यसभा सचिवालय ने उनके सवाल को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला बताकर खारिज कर दिया था। यहां तक कि एक ट्वीट में स्वामी ने यह भी कहा था कि मोदी की 56 इंच चौड़ी छाती पर चीनी चढ़े बैठे हैं और वह चुपचाप हैं। उन्होंने कहा था कि सच तो यह है कि मोदी को पता भी जानकारी नहीं है कि चीन उनके सीने पर बैठा हुआ है और वे कोई आया नहीं का नारा लगा रहे हैं।
पिछले दिनों स्वामी ने लद्दाख को लेकर चल रहे ट्विटर पर एक डिस्कशन में कहा कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मसलों पर संसद में उनके सवालों का जवाब नहीं देती है। वहीं लद्दाख को लेकर जब स्वामी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच एक समझौता हुआ था कि सीमा विवाद हल ना होने की स्थिति में एलएसी ही सीमा निर्धारित होगी।
उन्होंन कहा कि दोनों देशों ने इस पर साइन किया था। इस बीच अप्रैल 2020 में जानकारी सामने आई कि चीनी सेना भारत की सीमा में घुस आई। वहीं सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इसपर कुछ बोलने से मना कर दिया। मेरे संसद में पूछे गए सवाल भी इसी आधार पर खारिज कर दिए गए। बता दें कि पिछले साल स्वामी ने राज्यसभा में चीन सीमा विवाद को लेकर सवाल पूछा था। इस पर उनका दावा था कि राज्यसभा सचिवालय ने उनके सवाल को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला बताकर खारिज कर दिया था। यहां तक कि एक ट्वीट में स्वामी ने यह भी कहा था कि मोदी की 56 इंच चौड़ी छाती पर चीनी चढ़े बैठे हैं और वह चुपचाप हैं। उन्होंने कहा था कि सच तो यह है कि मोदी को पता भी जानकारी नहीं है कि चीन उनके सीने पर बैठा हुआ है और वे कोई आया नहीं का नारा लगा रहे हैं।