The News15

चंद्रशेखर आज़ाद की जान से किसको हैं फायदा ?

चंद्रशेखर आज़ाद की जान से किसको हैं फायदा ?

Spread the love

new wigs 2023
cute wigs
baseball jersey
best sex toys
nfl pittsburgh steelers
pink wig
ear wig
nike air jordan black
nike air max black
nike air max 90 womens
cheap sex toys
adidas yeezys
volleyball jerseys
nike air max men
adidas yeezy boost 700

बीते 28 जून को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद रावण पर जान से मारने का हमला हुआ था वहीं बीते शनिवार को चारों हमलावरों को सहारनपुर पुलिस ने अम्बाला से गिरफ्तार कर लिया , वहीं आपको बता दें कि इस घटना के बाद UP की राजनीति गरमाई हुई हैं,लगातार चंद्रशेखर के पास बड़े-बड़े नेताओ के भी फ़ोन आ रहे हैं,आइये जानते क्या हैं पूरा मामला….

मैं डरने वाला नहीं :- चंद्रशेखर

घटनाक्रम की बात करें तो ये वारदात 28 जून की हैं जब चंद्रशेखर दिल्ली से वापस घर की तरफ जा रहे थे वहीं रास्ते में वे अपने मित्र अजय के घर पर गए थे चूंकि एक दिन पहले ही अजय की माता का निधन हुआ था,जिनसें मिलकर चंद्रशेखर अपने घर की तरफ निकल गए थे लगभग 50 मीटर के बाद हमलावर white Colour की ‘swift’ में चंद्रशेखर की गाढ़ी के साइड में आते हैं ,तभी पहली गोली चंद्रशेखर के साइड वाली खिड़की पर जा लगी वहीं दूसरी गोली गाड़ी के गेट को चीरती हुई चंद्रशेखर के साथी के पैर में लगती है और तीसरी गोली चंद्रशेखर की कमर को छूती हुई निकल गयी, तभी हमलावर सामने से आकर गाड़ी के बोनट पर फायर करते हैं, तभी सूझ-बुझ के साथ चंद्रेशेखर के साथी गाड़ियों को पास ही के गांव में ले जाते हैं. वहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके तुरंत के तुरंत ही घटना की जानकारी पुलिस को फ़ोन करके दी गई और चंद्रशेखर को पास के ही अस्पताल में ले जाया गया !

चंद्रशेखर की गाड़ी पर गोली के निशान.....
चंद्रशेखर की गाड़ी पर गोली के निशान…..

घटना को बाद बयानों से गर्माई UP की राजनीति…

घटना के बाद चंद्रशेखर ने मीडिया को दिए Interview में बताया कि उन्हें जान का खतरा पहले से ही था उन्होंने 2 साल से Gun Liceanse के लिए अप्लाई किया हुआ हैं उन्होंनें आगे बताया कि उनकी एप्लीकेशन पिछले DM ने ये कह कर खारिज़ कर दी थी कि योगी सरकार नहीं चाहती कि चंद्रशेखर को gun मिलें, वे आगे कहते हैं कि उन्हें पूरा विश्वास हैं कि पुलिस उनके मामले पर करवाई जरूर करेगी एक ओर उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधा तो वहीं UP पुलिस पर भरोसा भी जताया

चंद्रशेखर उत्तर प्रदेश सरकार को कोसते हुए कहते हैं कि योगी सरकार वैसे तो UP पुलिस की पीठ थपथपाते रहती हैं, जब मेरे जैसे एक जन प्रतिनीधि की जान को खतरा हैं तो आम आदमी की जान की कीमत क्या होगी, पर फिर भी मुझे पुलिस पर भरोसा हैं और अगर पुलिस भी कामयाब नहीं होती हैं तो मैं ये समझूंगा की ये प्रशासन और सरकार की मिली भगत थी, एक और इंटरव्यू में वो योगी आदित्यनाथ को बोल रहे थे कि “मैं मरने वाला नहीं हूं और न ही मैं डरने वाला हूं ” ! ये बोलते हुए उन्होनें UP Cm योगी आदित्यनाथ को चैलेंज तक दे दिया !

चंद्रशेखर और जयंत चौधरी

 

इस बीच चंद्रशेखर ने इस बात का भी जिक्र किया कि उन्हें गोली लगने के बाद किस विपक्षी नेता की सहानूभुति मिली इस कड़ी में उन्होंनें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव , कांग्रेस नेता राहुल गांधी, किसान नेता राकेश टिकैत जयंत चौधरी और मायावती का नाम लिया और मायावती के मां के प्रेम को भी बतलाया आपको बता दें कि चंद्रशेखर से मिलने पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मालिक भी पहुंची थी बजरंग पुनिया ने ट्विटर कर कहा था कि “चंद्रशेखर किसी एक जाति के नेता नहीं हैं वो हर उस व्यक्ति के नेता हैं जिसे न्याय नहीं मिल रहा हैं,वो हमेशा सच की लड़ाई में सबसे पहले खड़े रहते हैं ! वहीं दूसरी ओर ट्विटर पर भी aimim के राष्ट्र अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी up सरकार को कोशते हुए आड़े हाथ लिया,

चंद्रशेखर से मिलने पहुंचे पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मालिक

इसके अलावा, चंद्रशेखर ने अपने ऊपर हुए हमले को जातीय रंजिश भी बताया उन्होंने कहा कि मैं दलितों और दबे हुए लोगों की आवाज उठता हूँ इस लिए उन लोगों को परेशानी होती हैं जो आज भी दलितों को दबा कर रखना चाहते हैं, और उसी पुरानी व्यवस्था में जीना चाहते हैं !

आरोपियों में से एक पहले से ही है हिस्ट्रीशीटर…

आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को दिन दहाड़े मारना चाहते थे हमलावर वहीं जिस टीम ने चंद्रशेकर के हमलावरों को पकड़ा उस टीम को डीजीपी ने 50,000 का इनाम दिया और साथ ही प्रशस्ति पत्र देने का वादा किया,आपको बता दें कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 5 टीमों का गठन किया गया था। सभी आरोपियों को शनिवार को अंबाला के ढाबे से गिरफ्तार किया गया। सहारनपुर पुलिस की टीम ने हरियाणा की STF के साथ मिलकर ये Joint Opration पूरा किया,

चारो आरोपी पुलिस की गिरफ़्त में ….

हमलावरों ने किया बड़ा खुलासा !

बताया जा रहा हैं कि पकड़े गए आरोपियों में देवबंद क्षेत्र के ग्राम ‘रणखंड़ी’ निवासी ‘विकास , लविश , प्रशांत और हरियाणा के करनाल जिला के कोंधर गांव का ‘विकास’ शामिल हैं। पुलिस की गिरफ्त में आयें चारो लोगों ने चन्द्रशेखर को जान से मारने का कारण बताते हुए कहा कि हम पिछले कुछ महीनों में दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चंद्रशेखर के दिए गए बयानों से गुस्से में थे।इसलिए हमलावरों ने चंद्रशेखर आजाद की हत्या की साजिश रची थी।

DIG अजय साहनी ने बताया की हमलावरों के पास 315 बोर के पिस्टल से 3 राउंड फायरिंग की थी, जिसमें से एक गोली चंद्रशेकर की पीठ को छूती हुई निकल गई थी। फिर ये लोग छोटे-मोटे मामलो में Surender करने हरियाणा चले गए थें ताकि ये मामला ठंडा हो जाये तब बाहर आ जाये, इनमें से एक आरोपी लविश का चाचा भी देवबंद जेल में बंध हैं और लविश देवबंद जेल के जेलर पर जानलेवा हमला करने के मामले में जेल की सजा़ काट चूका हैं , हमले में इस्तेमाल की गई Swift कार आरोपी ‘विकास’ की थी विकास उर्फ विक्की करनाल का रहने वाला है और टैक्सी चलाता है। जिसे पुलिस ने गिऱफ्तार कर लिया है !