नई दिल्ली| लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म शिपरॉकेट ने शुक्रवार को कहा कि उसने जोमैटो, टेमासेक और लाइटरॉक इंडिया के सह-नेतृत्व में 185 मिलियन डॉलर (1,380 करोड़ रुपये) सीरीज ई फंडिंग राउंड के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह 2021 में शिपरॉकेट के तीसरे दौर की फंडिंग का प्रतीक है, जिससे कुल फंड 280 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
शिपरॉकेट भारत भर के विक्रेताओं और उपभोक्ताओं के लिए डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स में अमेजन प्राइम जैसा शिपिंग अनुभव प्रदान करने पर केंद्रित है।
शिपरॉकेट के सीईओ और सह-संस्थापक, साहिल गोयल ने कहा, “हम उस विशाल, अप्रयुक्त अवसर के बारे में उत्साहित हैं जो डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स स्पेस में खरीद के बाद प्रौद्योगिकी सक्षमता में निहित है। यह धन पिछले 4 वर्षों में पूरी शिपरॉकेट टीम द्वारा की गई कड़ी मेहनत का एक सत्यापन है।”
नए निवेशक, मूर स्ट्रेटेजिक वेंचर्स और 9यूनीकॉर्न्स भी इस दौर में मौजूदा निवेशकों, इन्फोएज वेंचर्स और मार्च कैपिटल के साथ भाग ले रहे हैं।
2017 में लॉन्च किया गया, शिपरॉकेट 24 महीनों में सबसे तेजी से लाभ कमाने वाली कंपनी है, जबकि पिछले 6 महीनों में अपने एआरआर (वार्षिक रन रेट) को दोगुना कर रही है।
शिपरॉकेट ने कहा कि वह आक्रामक कोर उत्पाद विस्तार, अनुसंधान और विकास, प्रतिभा अधिग्रहण और खुदरा विक्रेताओं के लिए उत्पादों के व्यापक सूट के विकास के लिए नए फंड का इस्तेमाल करेगा।
गोयल ने कहा, “नवंबर 2021 में सऊदी अरब में अपनी सेवाओं के शुभारंभ के साथ, हमने नए भौगोलिक क्षेत्रों में अपने पदचिह्न् का विस्तार करने की दिशा में पहला कदम उठाया है।”
शिपरॉकेट एक तकनीकी स्टैक भी प्रदान करता है जिससे खुदरा विक्रेताओं को शॉपिफाई, मैनेन्टो, वूकॉमर्स, जोहो और अन्य पर वर्कफ्लो, इन्वेंट्री और ऑर्डर प्रबंधन के लिए अपनी शॉपिंग वेबसाइटों को एकीकृत करने में मदद मिलती है।