चरण सिंह
हिन्दू समाज में जब किसी बड़ी जिम्मेदारी से निपट लिया जाता है तो कहा जाता है कि गंगा नहा लिए। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐसी कौन से जिम्मेदारी से निपट लिए हैं कि अपनी कैबिनेट के साथ महाकुंभ ही नहा लिए। वैसे जिस तरह से उनके सिर लोकसभा में बीजेपी की योगी की हार का ठीकरा फोड़ने का प्रयास किया गया। जिस तरह से उन्होंने विधानसभा चुनाव को जीता उसके आधार पर तो कहा जा सकता है कि वह गंगा नहा लिए। अब तो उन्होंने अपने कैबिनेट के मंत्रियों को भी गंगा नहला दी। गंगा ही क्यों तीन नदियों के पानी में डुबकी लगवा दी। तो ऐसे ही योगी आदित्यनाथ दूसरे नेताओं से थोड़े ही अलग नहीं माने जाते हैं।
छल कपट से दूर बेबाक रूप से बोलने वाले उत्तर के प्रदेश के मुख्यमंत्री जो कहते हैं वह करते भी हैं। भले ही उन पर तमाम तरह के आरोप लगते रहे हों। महाकुंभ को लेकर वह ऐसे ही उत्साहित नजर नहीं आते हैं। दूसरे नेता महाकुंभ में जाने की बात ही रह गए कि योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट के साथ महाकुंभ नहा भी आये। जी हां योगी आदित्यनाथ का अपने कैबिनेट के साथ नहाते हुए फोटो वायरल हो रहा है। दरअसल योगी आदित्यनाथ समय समय पर सनातन धर्म के प्रति अटूट आस्था का संदेश देते रहते हैं।
यह योगी आदित्यनाथ के ब्रह्मचर्य की शक्ति है या फिर तपस्वी की कि आज की राजनीति में लोगों को यह धारणा बन गई है कि बीजेपी के योगी आदित्यनाथ एक मात्र नेता हैं, जिन्होंने देश के सबसे ताकतवर नेता माने जाने वाले अमित शाह से सीधे पंगा लिया और दबे नहीं। ऐसा माना जा रहा है कि अमित शाह ने न केवल विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष के भी अधिकतर नेताओं को जैसे चाहा वैसे दबा दिया पर योगी आदित्यनाथ के मामले में उनकी एक न चली। लोकसभा चुनाव की यूपी में हार का ठीकरा योगी के सिर फोड़ने का प्रयास भी हुआ पर योगी का कुछ बिगड़ न सका।
दरअसल जब लोकसभा चुनाव में यूपी से बीजेपी की शिकस्त हुई। समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से अधिक 37 सीटें जीत ली तो गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच विवाद की ख़बरें मार्केट आईं। उस समय योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के साथ ही प्रदेश के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ ही अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल और ओम प्रकाश राजभर ने एक साथ मोर्चा खोल दिया था पर योगी आदित्यनाथ इस बात से विचलित नहीं हुए थे। लोकसभा चुनाव में हार का कारण बताते हुए जब उनसे मुख्यमंत्री पद लेने का प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म और देश के लिए वह ऐसे कितने मुख्यमंत्री पद कुर्बान करने को तैयार हैं। अब प्रयागराज के महाकुंभ में जिस तरह से योगी आदित्यनाथ की शिद्दत के साथ सक्रियता देखी गई। जिस तरह से उन्होंने महाकुंभ में हर स्तर की व्यवस्था की है। उससे उन्होंने दर्शा दिया कि सनातन धर्म के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाना चर्चा का विषय बना हुई है। यूपी सरकार के मंत्रियों का गंगा स्नान का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि सीएम योगी के ऊपर उनके मंत्री हंसी ठहाके के बीच गंगा जल की भी बौछार कर रहे हैं। सीएम योगी का गंगा में स्नान का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इससे पहले सीएम योगी ने प्रयागराज में कैबिनेट बैठक की। इस बैठक के बाद सीएम योगी ने महाकुंभ में आए सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि महाकुंभ में पहली बार पूरा मंत्रिमंडल मौजूद है। हमारे सहयोगी सभी मंत्रियों ने यहां पर महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की है। राज्य के विकास से जुड़ी नीतियों पर चर्चा हुई और प्रयागराज से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।