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योगी आदित्यनाथ ने ममता बनर्जी को दिखाया आईना 

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा – बीजेपी को लाइए, बंगाल को कर्फ्यू-दंगा मुक्त कराइए
दंगाइयों को उल्टा लटका देने की बात कही सीएम योगी ने 

द न्यूज 15 ब्यूरो
कोलकाता\बीरभूम। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पूरे देश में जलवा है। देश के सभी मुख्यमंत्रियों में योगी की चर्चा सबसे पहले होती है। मजबूत कानून व्यवस्था के पर्याय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पश्चिम बंगाल के चुनावी रण में उतरे तो ले में दिखाई दिए। ममता बनर्जी के प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और अपराधियों के बढ़ते हौसले को लेकर सीएम योगी ममता सरकार पर बड़े आक्रामक नजर आये। सीएम योगी ने यहां तीन चुनावी रैली की सभी रैलियों में उन्होंने ममता बनर्जी को जमकर ललकारा। पहली रैली मुर्शिदाबाद जिले में बहरामपुर लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी डॉ. निर्मल कुमार साहा के पक्ष में की। इसके बाद बीरभूम से बीजेपी प्रत्याशी देबतनु भट्टाचार्य के पक्ष में जनसभा कर वोट देने की अपील की। योगी आदित्यनाथ की एक झलक पाने को आमजन की भीड़ उमड़ी। यहां सीएम योगी ने ममता दीदी को आईना दिखाया तो कांग्रेस-तृणमूल के गठबंधन को भी खूब खरी-खरी सुनाई। संदेशखाली केस और रामनवमी में दंगे को लेकर योगी ने बंगाल सरकार से कई सवाल भी पूछे। उन्होंने कहा कि बंगाल को दंगा-कर्फ्यू से मुक्त करने के लिए बीजेपी को वोट दें।

योगी ने पूछाः बंगाल  लहुलूहान क्यों

सीएम योगी ने कहा कि जो बंगाल भारत की सभ्यता और संस्कृति को नई दिशा देता था, जिस बंगाल ने भारत के संस्कारों को आगे बढ़ाने में महती भूमिका का निर्वहन किया था। जिसने कभी भारत को नवजागरण का मार्ग दिखाया था। वह बंगाल आज लहूलुहान, दिशाहीन क्यों है। जिस बंगाल ने कभी देश को राष्ट्रगीत-राष्ट्रगान दिया था, उस बंगाल से आज रोने और कराहने की चित्कार क्यों उठ रही है। जिस बंगाल ने भारत को सिखाया था कि गर्व से कहो, हम हिंदू हैं। उस बंगाल में सत्ता के संरक्षण में आज हिंदू परंपरा व संस्कृति को रौंदने का प्रयास कैसे हो रहा है।

मां दुर्गा को पूजने वाले बंगाल में संदेशखाली जैसी घटना कैसे?

 

सीएम योगी ने कहा कि जिस बंगाल ने दयामयी मां दुर्गा की पूजा के अनुष्ठान का संदेश दिया था। प्रदेश सरकार बताए, उस बंगाल में संदेशखाली जैसी घटनाएं कैसे हो रही हैं। जिसकी कल्पना स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने की थी, आज का बंगाल वह ‘सोनार बांग्ला’ नहीं है। जिस बंगाल ने वंदे मातरम का गीत दिया था, उसे दंगों की आग में झोंकने का कुत्सित प्रयास हो रहा है। बंगाल साजिश का शिकार हो चुका है। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। दोनों बंगाल को लूटने और भारत के खिलाफ साजिश रचने के लिए एक हैं। कांग्रेस कम्युनिस्टों और दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर भारत के खिलाफ वही साजिश करना चाहती है, जो बंगाल के अंदर हिंदुओं के साथ कर रही है।

 

यूपी में योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिल रहा है तो बंगाल को क्यों नहीं

 

सीएम ने कहा कि लहूलुहान बंगाल विकास से दूर हटता जा रहा है। बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। आज से सात वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की भी यही स्थिति थी, लेकिन सात वर्ष में उप्र में कोई कर्फ्यू-दंगा नहीं हुआ। उप्र में आज कोई रंगदारी नहीं वसूल सकता। राहगीर और गरीब की संपत्ति पर कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता। यूपी में सरकार की योजना का लाभ हर गरीब, नौजवान, महिला, युवा को मिल रहा है, लेकिन बंगाल इससे वंचित है।

महुआ मोइत्रा इस सीट पर आक्रामक प्रचार कर रही हैं। पिछले डेढ़ दशक से ये सीट टीएमसी के पास है। ऐसे में महुआ पर लगे आरोपों के बाद उन्हें उम्मीदवार बनाना टीएमसी के लिए सियासी जरूरत भी था। ये सीट जीतना ममता बनर्जी के राजनीतिक एजेंडे में आगे इसलिए है क्योंकि भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते महुआ के विवादास्पद निष्कासन पार्टी के बाद पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़े होने का संदेश देना चाहती है। इस इलाके में चाय पर चर्चा के दौरान अनवर शेख नाम के शख्स ने कहा इस इलाके में अल्पसंख्यकों की आबादी अच्छी है, और ऐसे में जाहिर है कि वो टीएमसी के साथ ही जाएंगे। राजनीति का हाल तो ये है कि सब उम्मीदवार एक ही कंपनी के प्रोडक्ट हैं, सिर्फ ब्रांड इधर उधर है। चुनाव से पहले और चुनाव के बाद पार्टी बदलते रहते हैं।


इन्हीं में से एक दूसरे शख्स ने कहा कि जहां तक अमृता रॉय का सवाल है, तो वो खुद को राजमाता कहती हैं, लेकिन वो साल में एक ही बार इस इलाके में दिखती हैं। वो तो कोलकाता में ही ज्यादातर रहती हैं। दरअसल चुनाव से एक महीने पहले यानि 20 मार्च को अमृता रॉय ने जब सुवेंदु अधिकारी की मौजूदगी में बीजेपी ज्वाइन की थी, उसी वक्त राजनीतिक हलको में चर्चा शुरू हो गई थी कि बीजेपी राजपरिवार के साथ लोगों के भावनात्मक रिश्ते को चुनाव में भुनाना चाहती है।


यहां राजबाड़ी के सामने भरी दोपहरी में सर्कस देखने के लिए टिकट की लाइन लगी है। सामने वाले मैदान में हलवाई मिठाइयां बनाने में बिजी हैं। ऐसी ही एक महिला अपने बच्चे के साथ कतार में खड़ी है, वो कहती है- यहां तो रानी मां की ही हवा है, हम राजपरिवार को बहुत मानते हैं। हालांकि कई लोग कहते दिखे कि बीजेपी ने ये सीट महुआ को एक वॉकओवर सीट की तरह दी है। अगर यहां से दूसरे किसी मजबूत कैंडिडेट को उतारा जाता तो वो टीएमसी को कड़ी टक्कर दे सकती थी।


कृष्णानगर बाजार में पान की दुकान पर बैठे शख्स कहते हैं कि यहां से सीपीएम के उम्मीदवापर एस एम सादी को हल्के में लेना ठीक नहीं, उनके मैदान में होने से तृणमूल का वोट बैंक छितर भी सकता है, जो महुआ के लिए ठीक नहीं होगा। दरअसल भले ही इस सीट पर तृणमूल का 2009 से कब्जा हो लेकिन 1971 से लेकर 199 तक यहां सीपीएम बगैर किसी चुनौती के कायम रही है। यही वजह है कि ये इलाका उन चुनिंदा इलाकों में दिखाई देता है जहां लेफ्ट की ओर से प्रचार भी हो रहा है और यहां लेफ्ट की मौजूदगी भी दिखती है। यही वजह है कि महुआ और अमृता रॉय के पोस्टर के साथ साथ सादी के पोस्टर भी रेस में कम नहीं।


कृष्णा नगर बाज़ार में एक छोटी सी दुकान पर बैठी शोमा 20 साल की फर्स्ट टाइम वोटर है। उसकी बातों में एंटी इनकंबेसी साफ जाहिर होती है, वो कहती है कि उसे केंद्र सरकार के कामों के बारे में जानकारी है, और वो सही दिशा में हैं। हालांकि उसकी उम्र के दूसरे युवा कुछ और ही कह रहे हैं। कृष्णनगर के एक खूबसूरत पार्क में टहल रहे युवा नाम ना बताए जाने की शर्त पर कहते हैं कि वोट तो धार्मिक आधार पर होते हैं यहां, लेकिन नौकरी की कौन बात करता है। मैं ग्रेजुएशन के बाद नौकरी के लिए भटक रहा हूं।


वहीं एक दूसरे युवा कहते हैं कि बंगाल के युवाओं को नौकरी चाहिए, बहुत जगह नौकरी नहीं है। बीरभूम जाकर हमने खुद देखा है कि बहुत सारे घर ऐसे हैं, जहां एक वक्त का खाना ही बनता है, लेकिन ये मुद्दे पीछे रह जाते हैं। पॉलिटिक्स में जो जीतता, वो अपना रूप बदल लेता है। हमारी वापसी फिर से उसी गली से हुई जहां भीमराव अंबेडकर और रवींद्रनाथ टैगोर जैसी शख्सियतों की मूर्तियां लगी थी। रोजगार को लेकर युवाओं के सवालों का जवाब शायद किसी के पास नहीं ।

इस सीट पर साल 2019 के चुनाव में महुआ ने बीजेपी के कल्याण चौबे को 63,218 वोटों के अंतर से हराया था। वहीं साल 2014 में तृणमूल के तापस पाल ने सीपीएम के शांतनु झा को हराया था।

 

 

बंगाल को हिंदू विहीन करने की हो रही साजिश

 

सीएम योगी ने कहा कि बंगाल ने भारत को राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत दिया। दुनिया के मंच पर स्वामी विवेकानंद ने संदेश दिया था कि ‘गर्व से कहो, हम हिंदू हैं,’ उस बंगाल को आज हिंदू विहीन करने की साजिश का शिकार बनाया जा रहा है। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस बंगाल में दो प्रकार की साजिश कर रहे हैं। पहला-आपके डेमोग्राफी को कम करने की कुत्सित चेष्टा की जा रही है। घुसपैठिए को बंगाल में घुसाकर सुनियोजित साजिश के तहत आपकी संख्या को कम करने का प्रयास हो रहा है। दूसरा- कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस का गठबंधन दिल्ली में मिलकर साजिश करना चाहता है। दिल्ली से मोदी जी जो सुविधाएं भेजते हैं, माफिया व अपराधियों को सत्ता संरक्षण बनाकर उस पर यह लोग डकैती डालते हैं। उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी के मार्गदर्शन में गरीबों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है, लेकिन बंगाल में तृणमूल कांग्रेस कोई भी योजना लागू नहीं होने देती।

 तो उल्टा लटका कर ठीक कर देता

 

सीएम ने कहा कि राम रग-रग में बसे हैं। राम के बिना भारतीय जीवन पद्धति में कोई काम हीं हो सकता। हम जीते-उठते, सोते-बैठते राम का नाम लेते हैं। मांगलिक कार्यक्रमों में अखंड रामायण का पाठ और अंतिम यात्रा भी राम नाम सत्य से निकलती है। जैसे यहां राम की पूजा होती है, वैसे ही उत्तर प्रदेश में मां दुर्गा का अनुष्ठान होता है। बंगाल से गए मूर्तिकार यूपी में मूर्ति बनाते हैं। रामनवमी हो या नवरात्रि, वहां दंगा नहीं होता। बंगाल सरकार बताए, आखिरकार वैशाखी व रामनवमी के अवसर पर यहां दंगे क्यों हुए। बंगाल सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की। यह दंगाई अगर यूपी में अत्याचार करते तो उन्हें उल्टा लटकाकर ठीक कर देता। ऐसा हाल कर देते कि सात पीढ़ियां भूल जाती कि दंगा कैसे होता है।

 

 

योगी ने किया आह्वान, सोनार बांग्ला के लिए बीजेपी को दें वोट

 

सीएम ने आह्वान किया कि अगर हमें सोनार बांग्ला चाहिए तो मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार लाइए, कमल खिलाइए। बीजेपी सुरक्षा, समृद्धि व सबका साथ-सबका विकास, सोनार बांग्ला का आश्वासन देती है। सीएम ने कहा कि बंगाल में बीजेपी आएगी तो रामनवमी व बैसाखी के दंगाइयों और संदेशखाली के जिम्मेदारों गुंडों को सजा दिलाने का काम बीजेपी करेगी। रामनवमी पर आस्था से खिलवाड़ करने वालों को सबक सिखाने के लिए मोदी सरकार आवश्यक है। मां लक्ष्मी घर में समृद्धि लेकर आएगी। सोनार बांग्ला और बंगाल की गौरव गाथा को आगे बढ़ाने के लिए बीजेपी आवश्यक है। हमारे संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी इसी बंगाल के सपूत थे। उनके सपनों को साकार करने के लिए डॉ निर्मल कुमार साहा को विजयी बनाइए।

मतदान स्थल तक जाइए और वोट दीजिए

 

सीएम योगी ने कहा कि जो कांग्रेस व तृणमूल नहीं कर सकती, वह काम बीजेपी करती है। संदेशखाली व दंगाइयों को ऊपर लटकाएंगे। 500 वर्ष बाद अयोध्या में राम मंदिर बन गया है। रामलला ने होली भी खेली और रामनवमी पर जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया है। अगर मोदी जी के प्रयास से यह संभव हो सकता है तो बंगाल को भी ‘सोनार बांग्ला’ बनाने के लिए कमल के साथ जुट जाएं। सीएम योगी ने बंगाल वासियों से कहा कि उत्साह के साथ मतदान जरूर करें। डरने की आवश्यकता नहीं। निर्वाचन आयोग आपकी सुरक्षा की व्यवस्था करेगा।