वाह कंगना, मोदी के लिए झुठला दी आजादी की लड़ाई भी !

सी.एस. राजपूत  
जिस बॉलीवुड ने क्रांति, शहीदे-आज़म भगत सिंह, उधम सिंह, मंगल पांडेय और रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान पर मणिकर्णिका जैसी फिल्म बनाई, उस बॉलीवुड की अभिनेत्री कंगना रनौत आज़ादी को भीख में मिलने की बात कर रही है। कंगना ने यह बयान देकर न केवल स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है बल्कि पूरे के पूरे स्वतंत्रता संग्राम को ही झूठा करार दे दिया। यह प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में बनाया गया माहौल ही है कि एक अभिनेत्री आज़ादी का ही मखौल ही बनाने लगी। इसे देश की विडंबना ही कहा जाएगा कि कंगना के बयान पर खुद प्रधानमंत्री ने चुप्पी साध ली है। कंगना रनौत की समझ में यह नहीं आ रहा है कि यह आज़ादी ही है कि मोदी प्रधानमंत्री बने हैं। 1947 में यदि आज़ादी न मिली होती तो कंगना रनौत को 2014 वाली आज़ादी न मिली होती।
जो भाजपा देशभक्ति की ढिंढोरा पीटती-पीटती नहीं थकती है, उसकी कट्टर समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत तो मोदी के प्रधानमंत्री बनने को ही आज़ादी की लड़ाई मान रही हैं और भाजपा का इस मामले को मौन समर्थन है।
कंगना रनौत को याद होना चाहिए कि जब मणिकर्णिका फिल्म में जब उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई का रोल किया तो उनके समर्थकों ने आजादी की लड़ाई से उनका नाम जोड़कर उनको एक क्रांतिकारी अभिनेत्री के रूप में प्रस्तुत किया।  अब जब उन्होंने आजादी को भीख में मिली बता दिया तो न केवल आम लोगों बल्कि उनके समर्थकों को भी बड़ा धक्का लगा है। कंगना रनौत ने यह बयान देकर न केवल स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है बल्कि मनकर्णिका फिल्म के डायरेक्टर की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है।
दरअसल एक चैनल के समिट 2021 में कंगना रनौत ने एक विवादित बयान दे दिया है। विवादित बयान के बाद से सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है। इस बयान को देते हुए कंगना ने यह भी कहा था कि उन पर कई सारे केस दर्ज हुए हैं। इस बयान के बाद भी उन पर केस हो सकते हैं।

दरअसल, कंगना ने एक इवेंट के दौरान कहा था कि ‘आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?’ कंगना ने इस इवेंट में कहा था- ‘1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।’ मतलब उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों से ज्यादा अहमियत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी है। ऐसे में आम आदमी पार्टी की नेशनल एक्जिक्यूटिव चेयरमैन प्रीति मेनन ने कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। कंगना के इस बयान पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आए हैं । फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने कहा- ‘सम्मानित नरेंद्र मोदी जी अब जब सरकार की चहेती अभिनेत्री ने कह ही दिया है कि भारत को आज़ादी आपके सत्तारूढ़ होते ही 2014 में मिली है, तो लगे हाथ मोदी सरकार की इस पसंदीदा सिने तारिका को “भारत रत्न” भी दे ही डालिए। मैडम के टैलेंट के आगे “पद्म श्री” कुछ बौना सा लग रहा है।’ रिटायर्ड आईपीएस विजय शंकर सिंह ने कहा- ‘कंगना रनौत के अनुसार, गांधी, भगत सिंह, सुभाष, नेहरू, पटेल, आज़ाद जिस आज़ादी के लिए लड़ रहे थे, वह आज़ादी भीख में मिली है। और सावरकर, ₹60 पेंशन पर और आरएसएस ने, फासिज़्म फैला कर, आज़ादी दिलाई है।

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