फिरोजाबाद । हाथों की सफाई न सिर्फ हाथों की गंदगी दूर करती है, बल्कि कई बिमारियों से भी बचाती है|साफ रखने की आदत आपको स्वस्थ रखती है। साफ हाथ रखने से डायरिया, कोविड-19, फ्लू इत्यादि से बचा जा सकता है। बच्चों के मामले में यह और ज्यादा मायने रखता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होने वाली वार्षिक मृत्यु (23 लाख) में से 13-14 प्रतिशत मृत्यु डायरिया संबंधी रोगों से हो जाती है और डायरिया होने के मुख्या कारणों में से एक है जो कि गंदे हाथों को मुंह में डालना या उससे कुछ खाने के कारण होता है। इसलिए बच्चों की सेहत के लिए हाथों को साफ रखना और बच्चों को हाथ धोने के बारे में सिखाना जरूरी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. डीके प्रेमी ने बताया कि वैश्विक हाथ धुलाई दिवस 15 अक्टूबर को दुनिया भर में नीति निर्माताओं व समाज के सभी वर्गों के द्वारा एक स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए मनाया जाता है। इस अवसर पर सभी चिकित्सा इकाइयों पर 15 अक्टूबर को वैश्विक हाथ धुलाई दिवस मनाया जाएगा। इसमें हाथ धोने के बारे में बताया जाएगा और इसके फायदों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
नोडल ऑफिसर डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि खाना खाने से पहले, मुंह, आंख, नाक, कान छूने से पहले शौचालय के प्रयोग के बाद साबुन से सुमन-के फार्मूला से हाथ धोना चाहिए। उन्होंने बताया कि साबुन से हाथ धोने से डायरिया की घटनाओं में 30 प्रतिशत और हाथ की गंदगी से होने वाले संक्रमण (विशेष रूप से पांच साल से कम उम्र के बच्चों में) 20 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है।
डीसीपीएम रवि कुमार का कहना है कि हाथ धोना एक दवा की तरह है। यदि आप हाथों को अच्छी प्रकार से नहीं धोते हैं तो वायरस के संक्रमण के संपर्क में आ सकते हैं जिसकी वजह से आप बीमार पड़ सकते हैं और दवाओं की जरूरत पढ़ सकती है। यदि आप हाथों को ठीक प्रकार से सैनिटाइज या साबुन से धो लेंगे तो आप बीमार होने से तथा दवाओं के सेवन से बच सकते हैं। हाथों को खाना खाने से पहले, टॉयलेट इस्तेमाल करने के बाद, किसी वस्तु को छूने, जानवरों को छूने के बाद हाथों को ठीक प्रकार से साबुन से धोना चाहिए।