चरण सिंह
तो क्या योगी आदित्यनाथ का बटेंगे तो कटेंगे का नारा हिन्दुओं को एकजुट करेगा ? क्या यह नारा विपक्ष के हर दांव की काट बनेगा ? तो क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बटेंगे तो कटेंगे नारा पूरी भाजपा और आरएसएस में गूंजने वाला है ? क्या यह नारा योगी आदित्यनाथ को हिन्दुओं का हीरो बनाएगा ? क्या आरएसएस मोदी की तरह अब योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री पद के लिए तैयार कर रहा है ?आरएसएस के बनाए जा रहे माहौल से तो यही लग रहा है। जिस तरह से भाजपा ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव जीता है उसको देखकर कहा जा सकता है कि आरएसएस और भाजपा हिन्दुत्व को आगे कर चुनाव जीतने में लगे हैं। हरियाणा जीत में योगी आदित्यनाथ के बटेंगे तो कटेंगे के नारे का बहुत बड़ा योगदान मान कर चला जा रहा है। अब जिस तरह से आरएसएस ने योगी के इस नारे का समर्थन किया, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि अब यह नारा पूरे देश में गुजेंगा। यह भी कह सकते हैं कि इस नारे को बीजेपी चुनावी हथियार बनाने जा रही है। दरअसल मथुरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय वार्षिक बैठक के दौरान आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने योगी आदित्यनाथ के बटेंगे तो कटेंगे बयान का समर्थन किया है। उन्होंने तो और आगे की बात कह दी है। उन्होंने तो हमें इसे आचरण में लाने की भी बात कह दी है। दरअसल योगी वाले बयान पर जहां देशभर में राजनीति गरमाई हुई है तो वहीं आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि हिंदू समाज एकता से नहीं रहेगा तो इतिहास क्या कहता है। अगर हम जाति समाज, क्षेत्र का भेद करेंगे तो कटेंगे ही। हिंदू समाज की एकता संघ के जीवन व्रत में है। हिंदू एकता को तोड़ने के लिए कई शक्तियां काम करती हैं। इसलिए हम हिंदू एकता चाहते हैं। आरएसएस चाहता है कि बांग्लादेश से हिन्दू पलायन न करे, लेकिन उनकी रक्षा होनी चाहिए। उन्हें सम्मान से जीने के लिए व्यवस्था होनी चाहिए। हिन्दुओं को भारत से जोड़ते हुए आरएसएस का कहना है कि दुनिया में कहीं भी हिंदू समाज को कोई कष्ट होता है तो वो भारत की तरफ देखता है।