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क्या नीतीश कुमार बनेंगे इंडिया अलायंस के संयोजक? खरगे बोले- ‘यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति जैसा…’

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Mallikarjun Kharge on INDIA Coordinator: लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही महीने बचे हुए हैं। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में जल्द ही सभी राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर बात होने वाली है. इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इंडिया गठबंधन के संयोजक को लेकर बयान दिया।

क्या बोले मल्लिकार्जुन खरगे?

खरगे से पूछा गया कि क्या इंडिया गठबंधन के संयोजक पद के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम विचार किया जा रहा है? इसके जवाब उन्होंने कहा, “यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति जैसा है. चिंता मत कीजिए अगले 10-15 दिनों में जब हम बैठक करेंगे तो इस पर निर्णय लिया जाएगा.”

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने साल 2020 में एनडीए के साथ मिलकर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद नीतीश कुमार ने एनडीए को छोड़ दिया और महागठबंधन में शामिल होकर बिहार में नई सरकार बनाई थी, जिसमें कांग्रेस, आरजेडी और तीनों वामपंथी दल शामिल थे। इसके बाद बिहार के सीएम ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ एक साथ आने का आह्वान भी किया था।

जेडीयू कर रही पीएम कैंडिडेट बनाने की मांग

हाल ही में नीतीश कुमार ने दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटने के बीद पार्टी की कमान संभाली। इसके बाद जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने जोर देकर कहा था, बिहार के मुख्यमंत्री भारत के वैचारिक संयोजक और वैचारिक प्रधानमंत्री हैं, जो समान रूप से अपने सहयोगियों और विरोधियों का ध्यान आकर्षित करते हैं।

बिहार सरकार के दो मंत्रियों मदन सहनी और रत्नेश सादा ने बाद में कहा कि नीतीश कुमार के सिर्फ इंडिया गठबंधन के संयोजक बनने के नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के योग्य हैं. मदन सहनी ने कहा था, “हमारे नेता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें गठबंधन में अपने लिए कोई आकर्षक पद की इच्छा नहीं चाहिए, लेकिन संयोजक बनाने की बात हो रही हो तो मैं कहना चाहता हूं कि क्यों न उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए.”

सरकार के एक अन्य मंत्री रत्नेश सादा ने कहा था, “नीतीश कुमार एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने बिहार और अन्य जगहों पर सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों का साथ दिया. अगर उन्हें प्रधानमंत्री का कैंडिडेट नहीं बनाया गया तो केंद्र में फिर से बीजेपी की सरकार बन जाएगी.”