क्या इंडिया गठबंधन राम का अपमान कर रहा है ? केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह जो कह रहे हैं, उससे तो यही लग रहा है। अपने बयानों के लिए चर्चित गिरिराज सिंह राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर विपक्ष को कटघरे में खड़ा कर दे रहे हैं।
गिरिराज सिंह का कहना है कि विपक्ष 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन बड़ी दुर्घटना करवा सकता है। उन्होंने कहा है कि इंडिया गठबंधन खुलकर भगवान राम का अपमान कर रहा है। गिरिराज सिंह का यह बयान देश की राजनीति में तूफान मचा सकता है। उनका यह ऐसे समय पर आया है, जब प्राण प्रतिष्ठा में ज्यादा दिन नहीं बचे हुए हैं। उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में बन रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में तमाम गणमान्य लोगों के साथ ही खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होने वाले हैं। ऐसे में प्रश्न यह भी उठता है कि योगी आदित्यनाथ के होते अयोध्या में कौन दुर्घटना करा सकता है ? योगी आदित्यनाथ का शासनकाल में कानून व्यवस्था के मामले तो देश के सभी प्रदेशों से अच्छा माना जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज के विपक्ष पर बड़ी दुर्घटना करवाने के तरह तरह के मतलब निकाले जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि यह काल वोट के सौदागरों को खटक रहा है। ‘ गिरिराज सिंह ने विपक्षी नेताओं के बयानों का हवाला देते हुए कहा है कि इंडिया गठबंधन के लोग मिलकर सनातन का अपमान कर रहे हैं।
चर्च-मस्जिद पर नहीं खुलती विपक्ष की जुबान
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि ये जो काल है, मैंने कल भी कहा और आज भी कह रहा हूं। इनको खटक रहा है। ये सब तो वोट के सौदागर हैं। हजारों सालों के बाद ये क्षण आया है। ये सनातन हिंदू के वैभव और पुनर्जागरण का काल है। मुझे तो डर है कि ये लोग 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में खलल डालने के लिए व्यवधान के लिए कोई बड़ी घटना नहीं करवा दें।
उन्होंने कहा है कि 22 जनवरी को विपक्ष के जरिए करवाए जाने वाली बड़ी घटना की आशंका दिनों-दिन बढ़ रही है। जैसे-जैसे तारीख नजदीक आ रही है, तरह-तरह की बयानबाजी की जा रही है। अगर यहीं चर्च या मस्जिद बन रही होती, तो इनकी जुबान नहीं खुलती. राम मंदिर पर ही इनकी जुबान खुलती है.’
दिसंबर तक पूरा होगा तीन मंजिला मंदिर का निर्माण
वहीं, अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर का निर्माण इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। मंदिर परिसर में अन्य ढांचे भी होंगे, जिनका निर्माण अभी चल रहा है। फिलहाल 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने बताया है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए 7000 से ज्यादा लोगों को आमंत्रित किया गया है।
हालांकि 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामनगरी अयोध्या को अभेद्य किले में तब्दील किया जा रहा है। 14 जनवरी के बाद से शुरू हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठानों को देखते हुए अयोध्या की सुरक्षा का घेरा भी सख्त कर दिया गया है। रामनगरी आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर निगाहें रखी जा रही हैं। 16 कैमरे भगवान राम की नगरी के प्रवेश द्वारों से लेकर मठ, मंदिर और मुख्य मार्ग पर नजर बनाए हुए हैं, जिसके लिए बाकायदा कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां पर बैठा हुआ सुरक्षा कर्मी हर आने जाने वाले व्यक्ति पर निगाह रख रहा है. इसके साथ ही आवश्यकता अनुसार भीड़भाड़ को भी सीसीटीवी के जरिए से मॉनिटर करते हुए वहां सुरक्षा बलों को निर्देश भी दिया जा रहा है।
इसके साथ ही रामनगरी के प्रवेश द्वारों से लेकर, सभी बैरियर तक सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षा का आभास हो और सुरक्षित ढंग से सुविधाजनक पूर्वक रामनगरी का दर्शन पूजन कर सकें, इसका ध्यान रखा जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा एक बड़ा आयोजन है, जिसको लेकर देश और दुनिया की निगाहें अयोध्या पर है, लिहाज़ा रामनगरी की सुरक्षा बहुत ही अहम हो जाती है।बताया जा रहा है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और आईजी ने अयोध्या की सुरक्षा को लेकर मॉनिटरिंग भी शुरू कर दी है। लगातार गश्त कर सुरक्षा बलों को मुस्तैद रहने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष नैयर ने बताया कि महत्वपूर्ण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का आंकलन करके अभी से ही ड्यूटी लगाई गई है। मुख्यालय रेंज और अन्य जनपदों से हमें अतिरिक्त सुरक्षा बल मिले हैं। अयोध्या को सेक्टर व ज़ोन बनाकर सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। हमारा मुख्य उद्देश्य सुचारू रूप से यातायात चलता रहे और आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसका खास ध्यान रखा जा रहा है।