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सपा और बसपा के लिए तीसरे चरण में भाजपा से आगे निकलने की क्या है चुनौती ?

तीसरे चरण में भाजपा
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द न्यूज़ 15
नई दिल्ली। UP विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण का मतदान आज रविवार को शुरू हो चूका है। भाजपा के लिए तीसरे और चौथे चरणों में अपना पुराना रिकार्ड बनाए रखने की चुनौती है, तो सपा और बसपा पर भाजपा को पीछे छोड़ आगे निकलने की चुनौती है। यही वो दो चरण हैं जिनमें भाजपा ने पिछड़े चुनाव में रिकार्ड जीत दर्ज की थी। भाजपा को इन दोनों चरणों में 99 सीटें मिली थीं। चौथे चरण का चुनाव 23 फरवरी को होना है.
तीसरे चरण का मतदान देखा जाए तो पटियाली, अलीगंज, एटा, मैनपुरी, करहल, फर्रुखाबाद, तिर्वा, कन्नौज, जसवंतनगर, इटावा की सीट सपा की गढ़ रही है। करहल से इस बार सपा मुखिया अखिलेश यादव स्वयं चुनाव लड़ रहे हैं तो जसवंतनगर से उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव मैदान में हैं। तीसरे चरण में कुल 59 सीटों के लिए रविवार को मतदान होना है। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने इस चरण में 49 सीटें जीती थीं। सपा को मात्र आठ सीटों पर संतोष करना पड़ा था। बसपा व कांग्रेस की स्थिति तो इतनी खराब रही कि उसे एक-एक सीटें ही मिलीं। इस बार सपा के साथ बसपा को भी अधिक से अधिक सीटें जीतने की चुनौती है, तो भाजपा को वही पुराना दबदबा बनाए रखने की।
चौथे चरण में नौ जिलों की 60 सीटों पर 23 फरवरी को मतदान होना है। अवध क्षेत्र में भाजपा ने वर्ष 2017 में 50 सीटें जीती थीं। लखनऊ की नौ सीटों में भाजपा ने आठ सीटें जीत कर रिकार्ड कायम कर दिया था। यह चरण सपा, बसपा व कांग्रेस के वर्ष 2017 में ठीक नहीं रहा था। सपा को चार, बसपा व कांग्रेस दो-दो और अपना दल को एक सीट मिली। अयोध्या की सभी पांच, बलरामपुर की सभी चार और गोंडा की सभी सातों सीटें भाजपा ने जीती थी। भाजपा पर इन जिलों में एक बार फिर से पुराना दबदबा साबित करने की बड़ी चुनौती है, तो सपा, बसपा व कांग्रेस पर इस विजय रथ को रोकने की है।
तीसरा चरण 16 जिले 59 सीटें
वर्ष 2017 में भाजपा 49 सीट, सपा 8 सीट, बसपा व कांग्रेस एक-एक सीट जीती थी। भाजपा नौ, सपा 31, बसपा 15, कांग्रेस तीन व आरएलडी एक सीट पर दूसरे स्थान पर रही।
चौथे चरण 9 जिले 60 सीटें
वर्ष 2017 में भाजपा को 50, सपा चार, बसपा व कांग्रेस को दो-दो और अपना दल को एक सीट मिली थी। भाजपा पांच, सपा 29, बसपा 16 व कांग्रेस नौ सीटों पर दूसरे स्थान पर रही।