What Is ISS
What Is ISS: आपने Elon musk के इंसान को अंतरिक्ष भेजने वाली कंपनी का नाम सुना होगा, Twitter पर लोगों ने टिकट भी बुक करा ली है खैर अभी उसमें समय है लेकिन क्या आपको पता है कि इंसान पहले से ही अंतरिक्ष में बस्ती बनाकर रह रहा है वो भी 22 सालों से जी हम बात कर रहे इंसान के बनाए गए स्पेस के घर स्पेस स्टेशन की।
इंसान पहले स्पेस में तो जाते थे लेकिन वह रुक नहीं सकते थे ऐसे में इंसान ने स्पेस में स्पेस स्टेशन बनाने की सोची, जिसमें वे रुक कर आराम से रिसर्च और पढ़ाई कर सके स्पेश यानी की अंतरिक्ष में बिना किसी ऑक्सीजन और ग्रैविटी के रहने की सुविधा बनाई। इसे ही स्पेस स्टेशन कहा जाता है और शार्ट में ISS भी कहते हैं। तो चलिए जानते है कि क्या है ये ISS?(What Is ISS)
2 नवम्बर 2000 को इंसान ने पहली बार स्पेस स्टेशन में कदम रखा। उस दिन से इसे कभी खाली नही छोड़ा गया। स्पेस स्टेशन स्पेस में स्थिर नहीं रहता है बल्कि ये 28000 किमी प्रति घण्टा की रफ्तार से पृथ्वी का चक्कर लगाता हैं इस स्पीड से चक्कर लगाने के कारण ये डेढ़ घंटे में पृथ्वी का पूरा चक्कर लगा लेते हैं। तो चलिए इसका इतिहास (International Space Station History) जानते हैं
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स्पेस स्टेशन के दो हिस्से होते है एक हिस्सा रूस का और दूसरे हिस्से में अमेरिका और दूसरे देशों के वैज्ञानिक रहते हैं जिसमें एक साथ MAX 13 लोग रह सकते हैं। स्पेस स्टेशन को कुल 15 देश मिलकर चलाते हैं।
अभी तक कुल 240 लोग स्पेस स्टेशन पे जा चुके हैं। स्पेस स्टेशन पृथ्वी तल से 400 किमी ऊपर स्थित है इतनी ऊंचाई पर इंसान के रहने के लिए सही तापमान, वायुमण्डल दाब बना कर रखा जाता हैं। लेकिन स्पेस स्टेशन के लगातार चलते रहने के कारण ये गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव नहीं पड़ता। इसे फ्री फॉल की कंडीशन कहा जाता है।
2011 में इसका काम पूरा हो गया। सन 2020 में Elon Musk की कंपनी स्पेस एक्स ने 2 अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित स्पेस स्टेशन ले जाकर वापस लाया। इस समय अमेरिका में निजी कंपनियां भी स्पेस स्टेशन के लिए कई सारे कार्य कर रही है इसके पहले अमेरिका रूस पर निर्भर था। लेकिन अब और नही।
इतिहास (International Space Station History) में जाए तो 1973 में अमेरिका ने पहले भी एक स्पेश स्टेशन बना चुका हैं।
स्पेस स्टेशन में मल त्याग करने के लिए स्पेशल तरीके के टॉयलट बनाए जाते हैं क्योकि पृथ्वी में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से मल आसानी से डिस्चार्ज हो जाता है स्पेस स्टेशन में ठीक उल्टी कहानी हैं स्पेस स्टेशन में हवा के सहारे मल को एक जगह एकत्र कर लिया जाता हैं।
उम्मीद है स्पेस स्टेशन मानव के अंतरिक्ष के सफर में एक मंहत्वपूर्ण भूमिक निभाएगा। इस स्पेस स्टेशन की आयु अब 10 वर्ष मानी जा रही इसलिए अमेरिका अपना पूरा जोर लगाकर मंगल और चांद पर कदम रखने का प्रयास करेगा जो कि पूरे मानव जाति के लिए बड़ी बात होगी।
स्पेस स्टेशन को आप अपनी नंगी आंखों से भी देख सकते हैं स्पेस स्टेशन की निश्चत लोकेशन पता करने के लिए आप एप्लीकेशन का सहारा ले सकते है कि किस समय ये किस जगह (Location of International Space Station) पर हैं।
स्पेस स्टेशन को शार्ट में ISS के नाम से भी जाना जाता हैं स्पेस स्टेशन के नाम में ही इंटरनेशनल होने के कारण समझा जा सकता है इसलिए कई देशो का है ये स्पेस स्टेशन।
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बता दे कि मंगल में जाने के लिए इंसान को 6 से 7 महीने का समय लग सकता हैं यानि जाने आने पर पर 3 साल का समय लग सकता हैं। इस सफर के लिए मानव को स्पेस स्टेशन की सहायता से तैयार होने में मदद मिलती है। उम्मीद है कि आपको ये आर्टिकल (What Is ISS) पसंद आया होगा । आप अपनी राय हमें कमेंट बाक्स में बता सकते हैं।