सड़कों पर फर्राटा भरेंगे वाहन!

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-पटना समेत प्रमंडल के छह जिलों को मिलेगी जाम से मुक्ति

-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद संभाली कमान, बनाया जाम से राहत दिलाने का बनाया मास्टरप्लान

-दानापुर-नेहरू पथ से गोल रोड तक सड़क होगी चौड़ी,जेपी गंगा पथ का होगा विस्तार

-संकरी सड़कें, अव्यवस्थित बिजली के तार समेत जलभराव पर होगा फोकस

-प्रगति यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने सड़कों के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर सुधार पर दिया विशेष ध्‍यान

पटना। दीपक कुमार तिवारी।

राजधानी में जाम का झाम0बहुत जल्द खत्म होगा…! सड़कों पर वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें नहीं दिखेंगे। लोगों का कीमती समय तो बचेगा ही ईंधन की बर्बादी भी नहीं होगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना समेत पूरे प्रमंडल को ही जाम से मुक्ति दिलाने का मास्टर प्लान तैयार किया है। मुख्यमंत्री ने अपनी प्रगति यात्रा के तहत पटना, बक्सर, रोहतास, कैमूर, भोजपुर और नालंदा को जाम से राहत दिलाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है। इनमें सड़कों को चौड़ा करना, नए पुलों-फ्लाईओवरों का निर्माण, वैकल्पिक मार्गों और भूमिगत बिजली व जल निकासी की व्यवस्था करना शामिल है।

पटना में सुगम यातायात की ओर कदम:

राजधानी पटना में ट्रैफिक जाम की सबसे बड़ी वजह संकीर्ण सड़कें, अव्यवस्थित बिजली तार और जलजमाव है। इसे देखते हुए दानापुर-नेहरू पथ से गोला रोड तक सड़क चौड़ीकरण किया जाएगा, जिससे दानापुर और बेली रोड क्षेत्र में लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। जे.पी. गंगा पथ का विस्तार कोइलवर से मोकामा तक किया जाएगा। इससे राजधानी के बाहरी इलाकों से आने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। पटना-गया रोड को सादिकपुर-पभेड़ा-मसौढ़ी पथ से जोड़ा जाएगा। इससे गया और जहानाबाद जाने को बाइपास मिलेगा और मुख्य सड़कों पर दबाव कम होगा।

पटना के अलावा प्रमंडल के अन्य जिलों में भी यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने की योजना है:

 

• बक्सर में ट्रैफिक सुधार: बक्सर में रामरेखा घाट के आधुनिकीकरण के साथ नए सड़क मार्ग विकसित किए जाएंगे। जिससे धार्मिक पर्यटन स्थल तक यातायात को सुगम बनाया जा सकेगा।
• रोहतास और कैमूर में नई सड़कें:
सोन नदी से जल आपूर्ति और करगहर-बड़हरी-धर्मपुरा सड़क मार्ग के चौड़ीकरण से क्षेत्र की कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
• भोजपुर में वैकल्पिक मार्ग:
कोइलवर से आरा तक नई सड़क परियोजना लाई जाएगी, जिससे जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
• नालंदा में पर्यटन और कनेक्टिविटी:
राजगीर में रोपवे, ईको-टूरिज्म सेंटर और नया रिसॉर्ट बनाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों की आवाजाही आसान होगी।

नए पुलों और फ्लाईओवर से मिलेगी राहत:

पटना और इसके आसपास के क्षेत्रों में नए पुलों और फ्लाईओवर के निर्माण से भी जाम की समस्या कम होगी। पुनपुन स्टेशन से पटना रिंग रोड को जोड़ने वाले मिसिंग लिंक पथ का निर्माण होगा, जिससे पुनपुन स्टेशन के आसपास लगने वाला जाम खत्म होगा। बख्तियारपुर में धोबा नदी और पुनपुन में मोरहर नदी पर पुलों का निर्माण होगा, जिससे ग्रामीण इलाकों से पटना और अन्य शहरों तक आसान आवागमन सुनिश्चित किया जा सकेगा।

जल निकासी और बिजली तारों का होगा समाधान:

पटना में नेहरू पथ के दोनों तरफ भूमिगत नाले बनाए जाएंगे और राजीव नगर एवं आनंदपुरी नालों को पक्का कर उनके ऊपर सड़कें विकसित की जाएंगी, जिससे बारिश के मौसम में जलजमाव के कारण लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। इसके अलावा, पटना शहर में बिजली के तारों को भूमिगत किया जाएगा, जिससे बिजली के खंभों और लटकते तारों की वजह से लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा।

ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट से शहर पर ट्रैफिक दबाव होगा कम:

पटना में नए अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा। इससे जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और शहर में वाहनों का लोड घटेगा।

पटना प्रमंडल को मिलेगी नई रफ्तार:

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन सभी योजनाओं का उद्देश्य पटना और पटना प्रमंडल को जाम मुक्त, सुव्यवस्थित और आधुनिक बनाना है। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद न केवल राजधानी बल्कि आसपास के जिलों में भी यातायात की स्थिति में सुधार आएगा, जिससे लोगों को राहत मिलेगी और क्षेत्र का आर्थिक व सामाजिक विकास तेज होगा।

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