Ujjain Corridor : मंगलवार 11 Oct के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्जैन में श्री महाकालेश्र्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे, इस कॉरिडोर को ‘महाकाल लोक’ बताया जा रहा है। इस कॉरिडोर की परियोजना के पूरे होने पर मंदिर का क्षेत्र 47 हेक्टेयर हो जाएगा।
महाकाल लोक 900 मीटर लंबा गलियारा है जो कि रुद्रसागर झील के चारो ओर स्थित है, इस कॉरिडोर के बनने के बाद से मंदिर के परिसर का सौन्दर्यीकरण तो होगा लेकिन साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करना आसान होगा।
क्यों खास है महाकाल लोक –
महाकाल लोक को 865 करोड़ रुपये की लागत से दो फेज में डेवलप किया जा रहा है, इस कॉरिडोर (Ujjain Corridor) को बनाने के लिए राजस्थान के पहाड़पुर क्षेत्र में मिलने वाले बलुआ पत्थरों का प्रयोग किया गया है।
भक्त महाकाल मंदिर के गर्भगृह तक पहुचने के लिए 946 मीटर लंबे कॉरिडोर को पार करके पहुंच सकेंगे। इसमें 25 फीट ऊँची और 500 मीटर लंबी म्युरल वॉल बनाई गई है। इससे भीड़ को आसानी से नियंत्रित किया जा सकेगा।
108 नक्काशीदार स्तंभ और 93 शिव मूर्तियों का निर्माण कराया गया है, शिव की विभिन्न मुद्राओं और भगवान शिव के आनंद तांडव स्वरूप को भी दर्शाया गया है।
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महाकाल पथ के किनारे दीवार पर बने चित्र, शिव पुराण की कहानियों पर आधारित हैं। इसके अलावा कमल के तालाब, ओपन एयर थिएटर के साथ ही लेक फ्रंट एरिया और ई-रिक्शा और इमरजेंसी वाहनों के लिए भी रास्ता बनाया गया है।
प्रधानमंत्री करेंगे लोकार्पण –
महाकाल लोक कॉरिडोर के दो राजसी द्वार है, नंदी द्वार और पिनाकी द्वार, प्रधानमंत्री मंदिर में दर्शन के बाद महाकाल कॉरिडोर के नंदी द्वार पर पहुंचेंगे, इसके बाद प्रधानमंत्री महाकाल लोक को देश को समर्पित करने के साथ ही यहां पर पूजन-अर्चना कर महाकाल पथ देखेंगे।
इसके बाद वे कार्तिक मेला ग्राउंड पर सभा को संबोधित करेंगे, नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के लिये 6 हजार जवानों को तैनात किया गया है।
इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 40 देशों में किया जाएगा, जहां गायक कैलाश खेर महाकाल स्तुति गान करेंगे, इसके अलावा मध्यप्रदेश, केरल, गुजरात, झारखंड के कलाकार संस्कृतिक प्रस्तुति देंगे।
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यह कॉरिडोर भोपाल से 200 किलोमीटर की दूरी पर है, खास इस कार्यक्रम (Ujjain Corridor) के लिए इंदौर से लेकर उज्जैन क्षेत्र के 60 किलोमीटर के रास्ते को सजाया गया है।